पिछले 16 साल में हजार वर्ग मीटर से बड़ा प्लॉट लेने वालों का ब्योरा मांग रहा IT विभाग
Noida: यूपी के शो-विंडो में सरकारी अफसरों के बेनामी संपत्ति खड़ी करने के सबूत मिलने के बाद अब इस पर कार्रवाई करने की तैयारी शुरू हो गई है। आयकर विभाग ने गौतमबुद्ध नगर जिले में एक हजार वर्ग मीटर से ज्यादा बड़ा प्लॉट खरीदने वालों का 16 साल का ब्योरा मांगा है।
विभाग ने इसके लिए नोएडा, ग्रेनो व यमुना अथॉरिटी को लेटर भेजकर 31 दिसंबर तक रिपोर्ट मांगी है। साथ ही जिले के सभी सब रजिस्ट्रार से भी ऐसी संपत्तियों के मालिकों के बारे में जानकारी मांगी है। अनुमान है कि ऐसी 10 हजार से अधिक प्रॉपर्टी हो सकती हैं।
नोएडा अथॉरिटी के सीईओ व चेयरमैन रहे मोहिंदर सिंह के घर ईडी की छापेमारी के बाद करोड़ों रुपये के हीरे व नकदी मिली थी। इनकी बिल्डरों से सांठगांठ करके करोड़ों की जमीन कौड़ियों के भाव देने के पीछे का सच सामने आने के बाद आयकर महकमे ने यह लेटर भेजा है।
गौरतलब है रिटायर आईएएस अफसर मोहिंदर सिंह के कार्यकाल में नोएडा, ग्रेनो व यमुना अथॉरिटी एरिया में अरबों की जमीन बिल्डरों को कौड़ियों के भाव आवंटित कर दी गई थी। बिल्डरों से बकाया वसूलने की कोशिश तक नहीं हुई। नतीजा ये हुआ है फ्लैट के नाम पर पब्लिक से पैसा लेने के बाद नामी बिल्डर कंपनियां दिवालिया हो गईं।
जांच आगे चलने पर बड़े पैमाने पर बेनामी संपत्तियों के बारे में जानकारी ईडी के हाथ लगी है। जांच में आयकर महकमे को शामिल करने के बाद ऐसी बोगस कंपनियों के बारे में भी पता चला जिनके पीछे किसी न किसी अफसर की काली कमाई लगी है। आयकर विभाग को बड़े पैमाने पर काली कमाई से नोएडा में बेनामी संपत्तियों को खरीदारो के बारे में पता चलने पर जांच का दायरा बढ़ा दिया है।
आयकर आयुक्त की तरफ से जिले की तीनों अथॉरिटी में भेजे गए खत में 2008 से अक्टूबर 2024 तक एक हजार वर्ग मीटर से बड़ा प्लॉट या कृषि योग्य जमीन खरीदने वालों का ब्योरा मांगा गया है। ऐसे खरीदारों की सूची के साथ उनके आधार कार्ड, पेन कार्ड का नंबर भी तलब किया गया है।