800 मीटर लंबाई, 131 करोड़ का खर्चा, जानिए कब से शुरू होगा नोएडा एक्सप्रेसवे पर अंडरपास का काम
Noida: नोएडा एक्सप्रेसवे से सटे मौजूद दस सेक्टरों के साथ कई गांवों के लोगों को आने जाने में दिक्कत को देखते हुए नोएडा अथॉरिटी एक अंडरपास बनवाने जा रहा है। इसके स्ट्रक्चर डिजाइन को मंजूरी के लिए आईआईटी रुड़की भेजा गया है। दो बार इसके पहले अथॉरिटी इसका डिजाइन भेज चुकी है। कई संशोधन करने की सिफारिश के साथ वापस आ गया है। अब तीसरी बार फिर अथॉरिटी ने आईआईटी को इसे भेजा है।
यह अंडरपास नोएडा एक्सप्रेसवे पर 16.900 किमी पर बनाया जाना है। इसकी कीमत 131 करोड़ रुपये लगाई गई। स्ट्रक्चर के अनुसार बजट कम या ज्यादा है, इसका वेरिफिकेशन आईआईटी रुड़की कर रहा है। दो बार यहां फाइल भेजी जा चुकी है जिसमे संशोधन के कहा गया। अब संशोधन के बाद गुरुवार को तीसरी बार फाइल भेजी जा रही है। संभवत दो सप्ताह में वहां से अप्रूवल मिल जाएगा। इसके बाद टेंडर जारी कर निर्माण शुरू कराया जा सकता है।
प्राधिकरण ने बताया कि इस अंडरपास से निर्माण से नोएडा के सेक्टर-151,153,154,155,156,157,158,159,162 और इससे जुड़े गांवों को फायदा मिलेगा। इस अंडरपास की लंबाई करीब 800 मीटर है। दिसंबर में इसका काम शुरू हो सकता है।
इस बार बनाए जाने वाले अंडरपास में तकनीक का बदलाव किया गया है। 2020 के बाद एक्सप्रेसवे पर कोंडली, एडवंट और सेक्टर-96 अंडरपास बॉक्श पुशिंग तकनीक पर बनवाए गए थे। इसमें लगातार एक्सप्रेस वे की सड़क धंसने की समस्याएं सामने आई थीं। इसलिए अबकी बार अंडरपास निर्माण के लिए प्राधिकरण डायाफ्राम तकनीक का चयन किया है। इसमें बगैर खुदाई के डायाफ्राम वॉल कास्ट की जाएगी।
इसके बाद दो तरफ जमीन के अंदर यह दीवार बनाकर उसके ऊपर अंडरपास की छत ढाल दी जाएगी। नीचे दोनों दीवारों व छत के बीच की मिट्टी खोदाई कर निकाली जाएगी। इसके बाद नीचे की सड़क का काम शुरू होगा। इसी तरह से दोनों लेन का काम प्राधिकरण करवाएगी। इसके कारण कुछ दिनों तक ट्रैफिक का संचालन प्रभावित रहेगा।