पटाखा व्यापारियों को नहीं मिला लाइसेंस 22 को केसे मनेगी दिवाली

पटाखा व्यापारियों को नहीं मिला लाइसेंस 22 को केसे मनेगी दिवाली

Ghaziabad: अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तारीख नजदीक आ चुकी है। राम भक्तों को 22 जनवरी का बेसब्री से इंतजार है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद शाम के समय गाजियाबाद में भी दीपावली जैसा जश्न मनाया जाना है। इस दौरान घर-घर में दीपोत्सव मनाने के अलावा जमकर आतिशबाजी करने की छूट है। मगर, सवाल यह है कि उत्साहित नागरिक आतिशबाजी कैसे कर पाएंगे! 

अस्थाई पटाखा लाइसेंस के लिए 100 से ज्यादा कारोबारी लाइन में हैं। उन्हें अब तक सरकारी मशीनरी की तरफ से संतोषजनक जवाब नहीं मिल पाया है। प्राण प्रतिष्ठा के मद्देनजर गाजियाबाद में भी जश्न मनाने की तैयारियां जोर पकड़ चुकी हैं। भाजपा की तरफ से घर-घर में अयोध्या से आए पूजित अक्षत के अलावा निमंत्रण पत्र वितरित किए गए हैं। राम भक्तों से घर-घर में 22 जनवरी की शाम कम से कम पांच दीपक जलाने का अनुरोध किया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने भी दीपोत्सव एवं आतिशबाजी किए जाने का आह्वान किया है। गाजियाबाद में अब तक पटाखे की फुटकर में बिक्री के लिए अस्थाई लाइसेंस जारी नहीं हो पाए हैं। 100 से ज्यादा पटाखा कारोबारी अस्थाई लाइसेंस पाने के लिए लाइन में लगे हैं। 

पटाखा व्यापारियों का कहना है कि लाइसेंस मिलने पर वे ग्रीन पटाखों की बिक्री करना चाहते हैं। पुलिस प्रशासन के समक्ष अपनी बात रखने के बाद भी उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल पाया है। फुटकर पटाखा व्यापारी एसोसिएशन गाजियाबाद के अध्यक्ष आशुतोष गुप्ता का कहना है कि पटाखों की बिक्री के लिए अस्थायी लाइसेंस मिलने चाहिए। संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस आयुक्त कार्यालय जाकर अपनी बात रखने की कोशिश की थी, मगर पुलिस आयुक्त ने मिलने से इनकार कर दिया। उत्तर प्रदेश शासन के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने 10 जनवरी को जारी आदेश में 22 जनवरी को दीपोत्सव के उपरांत आतिशबाजी करने की अनुमति प्रदान की है, लेकिन गाजियाबाद में इसके लिए लाइसेंस तक नहीं मिल रहे हैं।