दिल्ली में आज से 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' कैंपेन की शुरुवात

दिल्ली में आज से 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' कैंपेन की शुरुवात

दिल्ली:      दिल्लीवासी प्रदूषण की समस्या से राहत नहीं देखते। दिल्ली में एक्यूआई लगातार तीसरे दिन 'खराब' श्रेणी में दर्ज हुआ। अगले कुछ दिनों में कोई बड़ी राहत नहीं होगी। दिल्ली का एक्यूआई सुबह 10 बजे 238 था, जो मंगलवार शाम चार बजे के 220 से अधिक था। यही नहीं, दिल्ली-NCR के शहरों में एक्यूआई औसत था। गाजियाबाद में इसका आंकड़ा 196 था, फरीदाबाद में 258 था, गुरुग्राम में 176 था, नोएडा में 200 था और ग्रेटर नोएडा में 248 था। यही कारण है कि दिल्ली में प्रदूषण की रोकथाम कैसे होगी? 

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को घोषणा की कि 26 अक्टूबर से राष्ट्रीय राजधानी में वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' अभियान फिर से शुरू किया जाएगा। ताजा आंकड़ों से पता चलता है कि वाहनों के उत्सर्जन और पराली जलाने दिल्ली में प्रदूषण का मूल कारण हैं। 16 अक्टूबर, 2020 को शुरू किए गए इस अभियान का उद्देश्य प्रदूषण को कम करने के लिए ड्राइवरों को ट्रैफिक लाइट पर इंतजार करते समय वाहनों को रोकने के लिए प्रेरित करना था।

गोपाल राय ने कहा कि उन्होंने फिर से 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है। हाल ही में नागरिक सुरक्षा अभियान में स्वयंसेवक शामिल हुए। इस साल भी आम लोगों को अभियान में शामिल किया जाएगा। उनका दावा था कि दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के स्रोतों का पता लगाने के लिए पहले से ही एक अध्ययन को एकतरफा रोका है। प्रदूषण को कम करने के लिए वैज्ञानिक आंकड़ों की जरूरत थी, इसलिए यह निर्णय लिया गया था।

दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि प्रदूषण कम करने के लिए दिल्ली सरकार की रेड लाइट ऑन इंजन ऑफ महिम एक असफल प्रयास है। इसके लागू होने का कोई वैज्ञानिक अध्ययन नहीं है। बीते वर्ष विभागीय आपत्ति के बाद इसे लागू नहीं किया गया था, लेकिन पर्यावरण मंत्री इसे पुनः प्रदूषण नियंत्रण के नाम पर लागू करने जा रहे हैं। उनका दावा था कि योजना पूरी तरह से आपके कर्मचारियों को आर्थिक लाभ देने के लिए बनाई गई थी।

हालाँकि, वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली ने कहा कि अगले छह दिन दिल्ली में खराब हवा से राहत नहीं मिलेगी। शनिवार से राजधानी दिल्ली में हवा का रुख उत्तरी पश्चिमी होने से वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 से ऊपर, यानी खराब श्रेणी में चल रहा है, मौसम विज्ञानियों का कहना है। अगले तीन दिनों में भी हवा खराब या बेहद खराब होने का अनुमान है। दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में आतिशबाजी से हवा की गुणवत्ता बदतर हो सकती है।