गाजियाबाद में धमाके के साथ बम की तरह फटा विंडो एसी
Ghaziabad: उत्तर प्रदेश के नोएडा सेक्टर 119 स्थित एल्डिको आमंत्रण सोसायटी में बुधवार को 17वें फ्लोर की बालकनी में आग लग गई। इससे बालकनी में रखे सामान के साथ ही वॉशिंग मशीन, वॉटर प्यूरीफायर समेत अन्य सामान जल गए। सीएफओ ने बताया कि आग सोसाइटी के 17 वीं फ्लोर पर बने फ्लैट की बालकनी में लगे एसी के कंप्रेसर में हुए ब्लास्ट की वजह से लगी थी। गनीमत यह रही कि सोसायटी में लगे फायर सिस्टम के काम करने और मेंटिनेंस स्टाफ के तुरंत एक्शन में आने से आग को बढ़ने से पहले ही काबू कर लिया गया। इस घटना के बाद फ्लैट की बिजली सप्लाई बंद हो गई। घर में इतना धुआं फैल गया कि फ्लैट ओनर को सोसायटी के क्लब हाउस में रात गुजारनी पड़ी।
सोसायटी के स्वागतम एस-6 टावर के 17वें फ्लोर पर रहने वाले सुरेश चंद्रशेखरन के फ्लैट में बुधवार रात भीषण आग लग गई। आग बालकनी से शुरू हुई। सुरेश चंद्रशेखरन ने बताया कि आग लगने के बाद पीएनजी सप्लाई, बिजली कनेक्शन काट दिया गया, जिसे गुरुवार को जोड़ा गया। फ्लैट में इतना धुआं फैल गया कि उसमें रहना मुश्किल हो गया। उन्होंने पूरे परिवार के साथ सोसायटी के क्लब हाउस में रात गुजारी। इस घटना में दो गार्डों अतुल कुमार और देवेंद्र कुमार को चोट आई है। उन्हें मेडिकल लीव पर भेज दिया गया है।
सीएफओ प्रदीप कुमार चौबे ने बताया कि बुधवार रात सेक्टर 119 स्थित एल्डिको आमंत्रण सोसायटी में आग लगने की सूचना मिली थी। सूचना पर तत्काल दमकल की एक गाड़ी को आग पर काबू पाने के लिए भेजा गया था। मौके से पहुंची दमकल गाड़ी और कर्मियों ने आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। सोसायटी में लगे फायर फाइटिंग सिस्टम काम कर रहे थे। घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। जांच में सामने आया कि आग फ्लैट के बालकनी में लगे एसी के कंप्रेसर में हुए ब्लास्ट होने की वजह से लगे थी। एसी की काफी समय से सर्विस नहीं कराई गई थी।
वहीं, गाजियाबाद में गर्मी के प्रकोप के साथ आग की घटनाएं भी लगातार बढ़ रही हैं। एसी में ब्लास्ट के बाद आग की घटनाओं में इजाफा हुआ है। गुरुवार को भी वसुंधरा सेक्टर-1 में एक घर में फर्स्ट फ्लोर के विंडो एसी में धमाके के साथ आग लग गई। पहले फर्स्ट फ्लोर और फिर ग्राउंड फ्लोर तक आग पहुंच गई। इसके बाद परिवार के लोगों ने छत पर जाकर जान बचाई। सुबह तड़के आग की सूचना के बाद दमकल की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू किया गया। सीएफओ राहुल पाल ने बताया कि प्राथमिक जांच में एसी में ब्लास्ट के बाद आग की बात सामने आई है। रणवीर सिंह के मकान में लगी आग को दो फायर टेंडर की मदद से बुझाई गई। इस दौरान मकान में फर्स्ट फ्लोर पर रखा सामान जल गया।
सीएफओ राहुल पाल ने बताया कि फायर स्टेशन वैशाली में सुबह करीब साढ़े 5 बजे दमकल को सूचना मिली थी। टीम जब मौके पर पहुंची तो एसी से आग की जानकारी हुई। उन्होंने बताया कि हादसे के बारे में जानकारी करने पर सामने आया कि एसी रातभर चल रहा था। ऐसे में अंदेशा है कि गर्मी में ज्यादा हीट होने के कारण यह हादसा हुआ है। साथ ही अन्य कारणों के बारे में भी जानकारी की जा रही है। सीएफओ ने बताया कि लगातार लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, घर में कपिल चौधरी की पत्नी पूनम उनकी मां और बच्चे थे। आग लगने के बाद बच्चों के शोर मचाने पर वह आईं और फिर छत की तरफ गए।
सीएफओ ने बताया कि गर्मी के मौसम में अचानक बिजली के उपकरणों पर लोड बढ़ता है। साथ ही हाल में लगी आग की घटनाओं में सामने आया है कि लोग अपनी बिजली लाइन, इलेक्ट्रिक पैनल के प्रति भी जागरूक नहीं होते। इससे शॉर्ट सर्किट होने की संभावना बहुत बढ़ जाती है। ऐसा ही कुछ एसी के मामले में भी हैं, लोग गर्मी से बचने के लिए लगातार एसी का प्रयोग कर रहे हैं, लेकिन उसकी सर्विस और चलाने के तरीके पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शुरुआत में विंडो एसी फटने की घटनाएं हुई थी, हाल ही में स्प्लिट एसी में धमकों के साथ आग लगी है।
गाज़ियाबाद में हाल के दिनों में तापमान तेजी से ऊपर गया है। ज्यादातर वक्त वह 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा। इसका असर आग की घटनाओं पर पड़ा है। बढ़ते तापमान में आग की घटनाएं कितनी ज्यादा बड़ी हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है, इस साल अप्रैल और मई में जितनी घटनाएं हुई हैं। उतनी बीते साल जनवरी से मई के बीच में हुई थीं। बीते साल मई तक 504 आग लगने की घटनाएं हुई थीं। इस साल अप्रैल में 206 और मई में पारा और हाई होने पर 312 जगहों पर आग लगी। वहीं मार्च और मई के अंतर की बात करें तो मार्च में सिर्फ 78 हादसे हुए हुए थे। ऐसे में मई में हादसों की संख्या 3 गुना तक बढ़ गई है। बीते साल दमकल से 30 लोगों को रेस्क्यू किया था और 2 जानवरों की मौत हुई थी। 2024 में रेस्क्यू की संख्या 19 और 2 जानवरों की मौत हुई।
-गर्मी के मौसम में एसी का प्रयोग करें, लेकिन उसे लगातार चलाने से बचें। बीच में बंद कर दोबारा शुरू करने से आग की संभावना कम होगी।
-एसी के टेंपरेचर को 22-24 ही रखें। 16 पर एसी चलाने से कंप्रेशर में आग की संभावना रहती है।
-एसी की सर्विस जरूर करवाएं, लेकिन उसके बाद भी खुद ही उसकी जाली को साफ करते हैं, जिससे एसी पर लोड कम होगा।
-एसी को बिना एमसीबी और स्टेबलाइज़र का प्रयोग न करें। इन दोनों के साथ आग लगने की संभावना 99 फीसदी तक कम हो जाती है।
-गर्मी की शुरुआत के साथ ही एक बार घर की लाइन को जरूरत चेक करवाएं। ऐसा करने से फॉल्ट छोटी छोटी कमियों को भी दूर किया जा सकता है।