"दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट क्षेत्र में यात्रियों का सफर अब और भी आसान: दो नए फ्लाईओवर का आगाज़"
दिल्ली: अब यात्रियों को दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (आईजीआई) क्षेत्र तक पहुंचना आसान होगा। इसके लिए दो नए फ्लाईओवर बनाए गए हैं। इनसे यात्रियों को हवाई अड्डा क्षेत्र में दो लालबत्ती देखने की जरूरत नहीं होगी। बुधवार को दिल्ली हवाई अड्डा की संचालक कंपनी डायल ने इन दोनों फ्लाईओवर को खोलने की घोषणा की।
कम्पनी का कहना है कि इन फ्लाईओवरों के निर्माण से हवाई अड्डे के टी 1 से टी 3 के बीच निर्बाध यातायात चलेगा और इसमें लगने वाला समय पहले से कम होगा। यहां जीएमआर समूह के उप महाप्रबंधक आई प्रभाकरा राव ने कहा कि दोनों फ्लाईओवर के निर्माण से हवाई अड्डे पर आने-जाने वाले यात्रियों का यातायात अनुभव बेहतर होगा।
पहला फ्लाईओवर लगभग 800 मीटर लंबा है, जो एरोसिटी पर अंदाज होटल के सामने से शुरू होकर स्पाइनल रोड पर खत्म होगा। यात्रियों को पहले दो लालबत्ती से गुजरना पड़ा। अब लोगों को फ्लाइओवर निर्माण से इन लालबत्ती का सामना नहीं करना पड़ेगा। यह एरोसिटी फ्लाईओवर कहलाता है।
दिल्ली हवाई अड्डे से हर दिन लगभग 1500 विमान उड़ान भरते हैं या उतरते हैं। इनमें लगभग दो लाख लोग सफर करते हैं। इन यात्रियों को लेने या छोड़ने के लिए लाखों लोगों का आवागमन हवाई अड्डे पर होता है। इन दोनों फ्लाईओवर के बनने से इन सभी लोगों को लाभ होगा।
पैरेलल एक्सेज रोड (पीएआर) दूसरा फ्लाईओवर है। यह 600 मीटर लंबा है और एनएच-8 से एयरपोर्ट के कार्गो सेंटर को जोड़ेगा। भारी वाहनों को इस फ्लाईओवर से कार्गो सेंटर जाना आसान होगा।