IT इंजीनियर ने खुद ही रच डाली अपहरण की साजिश,ऐसे हुआ खुलासा

IT इंजीनियर ने खुद ही रच डाली अपहरण की साजिश,ऐसे हुआ खुलासा

Noida: उत्तर प्रदेश की नोएडा कमिश्नरेट पुलिस ने एमएनसी के सॉफ्टवेयर इंजीनियर के अपहरण मामले का सनसनीखेज खुलासा किया है। इंजीनियर ने अपने ही दोस्तों के साथ मिलकर अपहरण का नाटक रचा था। पुलिस ने एक आर्मी के जवान के साथ दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने 50 लाख रुपये फिरौती से शुरुआत की और फिर 12 हजार रुपये की डिमांड पर आ गए। पुलिस के मुताबिक इंजीनियर डेटिंग ऐप, नशे के खर्चों को पूरा नहीं कर पा रहा था। इसलिए यह पूरी प्लानिंग करवायी। इंजीनियर सेक्टर-134 स्थित जेपी कॉसमोस सोसायटी का निवासी है।

थाना एक्सप्रेसवे क्षेत्र में स्थित एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाले आईटी इंजीनियर ने अपने ही अपहरण की साजिश रच डाली। उसने परिजनों से फिरौती के रूप में मोटी रकम उगाही करने की नीयत से खुद के झूठे अपहरण का नाटक रचा था। इंजीनियर के परिजनों की शिकायत पर जब पुलिस ने जांच की तो इस मामले से पर्दा हटा। पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए इंजीनियर समेत उसके दो दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया है।

नोएडा जोन के एडीसीपी मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि थाना एक्सप्रेसवे क्षेत्र में स्थित एक आईटी कंपनी में इंजीनियर के रूप में काम करने वाले युवक शुभम गौर के मोबाइल फोन से उसके परिजनों को फोन आया कि उसका मेवाती गैंग ने अपहरण कर लिया है। कथित अपहरणकर्ताओं ने 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी। परिजनों ने फिरौती देने से मना कर दिया। इसके बाद परिजनों ने पुलिस को मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने जब मामले की जांच की तो शुभम का लोकेशन हरियाणा के रेवाड़ी रेलवे स्टेशन आया। वहां से पुलिस ने उसे बरामद किया।

एडीसीपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि शुभम ने अपने परिजनों से मोटी रकम फिरौती के रूप में वसूलने की नीयत से अंकित और संदीप नामक अपने दो साथियों संग मिलकर अपने अपहरण की झूठी कहानी बनाई थी। उन्होंने बताया कि शुभम के पिता का केबल नेटवर्क का कारोबार है, जबकि उनके चाचा का रेस्टोरेंट है, और उनके दादा रजिस्ट्रार के पद से रिटायर्ड हुए हैं। वह घर में इकलौता बेटा है।

शुभम को उम्मीद थी कि उसके परिजन उसके अगवा होने की सूचना पर फिरौती के रूप में 50 लाख रुपये की रकम दे देंगे। इस रकम से वह मौज मस्ती करना चाह रहा था। शुभम ने शुरुआती दौर में पुलिस को बताया कि मेवाती गिरोह के लोग ने गांजा चेक करने के बहाने उसे बंधक बनाया और मेवात में ले जाकर उसको बंधक बना कर रखा और उसके परिजनों से फिरौती की रकम मांगी।