किरायेदार की बीवी के साथ गंदा काम ना कर पाने पर मकान मालिक ने महिला समेत तीनों को जला कर ली जान

किरायेदार की बीवी के साथ गंदा काम ना कर पाने पर मकान मालिक ने महिला समेत तीनों को जला कर ली जान

Noida: सेक्टर-93 में एक मकान मालिक अपने किराएदार की बीवी के साथ गलत काम करना चाहता था, लेकिन जब वह सफल नहीं हुआ तो उसने महिला समेत उसके दोनों बच्चों को जला दिया। इस घटना के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार का जेल भेज दिया है, लेकिन पूरे इलाके में अभी तक सनसनी का माहौल है। 

वारदात को अंजाम देने वाला मकान मालिक था। मकान मालिक ने पहले अपने किराएदार के साथ शराब पी, जब किराएदार नशे की हालत में हो गया तो वह उसकी बीवी के पास गया, लेकिन महिला ने अंदर से दरवाजा बंद किया हुआ था। वह गलत नीयत से महिला के कमरे में घुसकर गंदा काम करना चाहता था, लेकिन महिला ने दरवाजा नहीं खोला। इसके बाद उसने कमरे में आग लगा दी। इस घटना में महिला और उसके दोनों बच्चे बुरी तरीके से झुलस गए हैं। उनको इलाज के लिए दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में एडमिट करवाया गया है। 

यह पूरा मामला नोएडा के फेस दो थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक गेझा गांव में मेद सिंह का मकान है। उसमें किराएदार भी रहते हैं। मूल रूप से कानपुर का रहने वाला एक व्यक्ति अपनी बीवी और दो बच्चों के साथ मेद सिंह के मकान में किराए पर रहता था। जानकारी के मुताबिक बीते 26 अप्रैल को व्यक्ति अपनी पत्नी को दोनों बच्चों के साथ कमरे में सो रहा था। तभी मकान मालिक मेद सिंह आ गया। 

बताया जा रहा है कि पहले मेद सिंह ने कानपुर निवासी व्यक्ति को शराब पिलाई और उसके बाद वह जब बेहोश हो गया तो आरोपी किराएदार की बीवी के पास पहुंचा। जब वह पहुंचा तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। इसके बाद मकान मालिक ने दरवाजा खोलने के लिए कहा, लेकिन महिला अपने मकान मलिक की नियत को समझ चुकी थी। इसलिए उसने दरवाजा नहीं खोला। इसके बाद मकान मालिक ने अपनी हैवानियत में नाकामयाब होने पर कमरे में ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी। 

इस घटना में महिला और उसके दोनों बच्चे झुलस गए हैं। इस घटना के बाद महिला को उसके बच्चों को अत्यंत गंभीर हालत में अस्पताल में एडमिट करवाया गया। इस मामले में पुलिस का कहना है कि महिला करीब 15 प्रतिशत जली है और उसके दोनों बच्चों के फेफड़े धुएं से भर गए हैं। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार का जेल भेज दिया गया है।

इस मामले में एसीपी दीक्षा सिंह ने बताया, "हमें 26 तारीख को ही सूचना मिल गई थी। सूचना मिलने के बाद तत्काल टीम मौके पर रवाना हुई। पुलिस ने महिला और उसके बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल में एडमिट करवाया गया। स्थिति नाजुक होने पर तीनों को दिल्ली सफदरगंज अस्पताल में रेफर किया गया। अगले दिन महिला की स्थिति सामान्य होने के बाद पूछताछ की गई तो असलियत का पता चला। शुरुआत में बताया जा रहा था कि अचानक आग लग गई थी, लेकिन जब महिला से पूछताछ हुई तो उन्होंने बताया कि मकान मालिक ने कमरे में आग लगाई थी। पुलिस ने तत्काल इस मामले में एक्शन लिया और मकान मालिक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।"