भंगेल एलिवेटेड रोड की डिजाइन को मिली हरी झंडी, होगा बड़ा बदलाव
Noida: उत्तर प्रदेश के नोएडवासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। दरअसल आईआईटी रुड़की द्वारा प्राधिकरण की डीएससी रोड पर बन रही भंगेल एलिवेटेड रोड के डिजाइन को मंजूरी दे दी गई है। हालांकि पहले प्राधिकरण की ओर से समाधान निकाला गया था कि केवल एलिवेटेड के स्ट्रक्चर को जगह देने के लिए तोड़ा जाएगा, लेकिन अगर ऐसा होता तो दोनों इमारतें करीब 2.5 मीटर टूट जाती है साथ ही इनककी छतें भी टूट जाती। ऐसे में अब इस फैसले को बदल दिया गया है।
प्राधिकरण को शासन की ओर से आदेश मिला था कि किसी नेशनल एजेंसी से डिजाइन को अप्रूव कराया जाए। जिसके बाद प्राधिकरण की ओर से ये डिजाइन आईआईटी को भेज दिया गया था। इसके तहत एलिवेटेड रोड की चौड़ाई आधा मीटर कम की जाएगी। यह चौड़ाई एलिवेटेड के पियर संख्या 121 से 124 तक करीब 90 मीटर तक कम होगी। इसके बाद चौड़ाई सामान्य हो जाएगी। इसके कारण एलिवेटेड के निर्माण में दो इमारतों का आना है। इन भवनों को भी करीब डेढ़ फीट तक तोड़ा जाएगा। सिविल विभाग के इस प्रस्ताव को प्राधिकरण बोर्ड ने हरी झंडी दिखा दी थी। जिसके बाद आईआईटी रुड़की को इसकी फाइल कॉपी भेजी गई थी। अब वहां से डिजाइन सहित बजट को भी मंजूरी दे दी गई है।
आईआईटी रुड़की की मंजूरी मिलने के बाद भंगेल एलिवेटेड पर इसी अनुसार काम शुरू किया जा रहा है। इस पर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ संजय खत्री का कहना है कि, डीएससी रोड पर जंक्शन नंबर 10,11,12 के ऊपर बरौला व भंगेल और सेक्टर-42, सेक्टर 48, सेक्टर 49, सेक्टर 101, सेक्टर 107 के पास 6 लेन की 5.50 किमी की एलिवेटेड रोड का निर्माण किया जा रहा है। हालांकि इस काम में एक बहुमंजिला इमारत आने के बाद समास्या आ गई थी। अब 90 मीटर तक करीब आधा मीटर चौड़ाई कम की जाएगी। इस एलिवेटेड के निर्माण में करीब 500 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किया जा रहा है।
प्राधिकरण की तरफ से पहले ये समाधान निकाला गया था कि केवल एलिवेटेड के स्ट्रक्चर को जगह देने के लिए तोड़फोड़ का कार्य किया जाएगा। लेकिन अगर ऐसा होता तो दोनों इमारतें करीब 2.5 मीटर तो टूटती ही साथ ही इनकी छतें भी टूट जाती। इसलिए इस फैसलें को बदलकर अब तैयारी यह है कि यहां पर कम तोड़फोड़ करने के लिए करीब 90 मीटर की लंबाई में आधा मीटर चौड़ाई कम कर दी जाएगी। यह चौड़ाई दोनों तरफ की सड़क की कम होगी। डेढ़ फीट तक इमारत के एक हिस्से को तोड़ दिया जाएगा। जिससे उसके स्ट्रक्चर और एलिवेटेड के स्ट्रक्चर पर किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचेगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस एलिवेटेड रोड का निर्माण जून साल 2020 में शुरू हुआ था। अनुबंध के मुताबिक 7 दिसंबर 2022 तक पूरा होना था लेकिन विवाद के कारण यह काम आधा-अधूरा करके ही बंद था।