11 साल के बच्चे को मार डाला फिर, यूट्यूब देख छुपाई बॉडी

11 साल के बच्चे को मार डाला फिर, यूट्यूब देख छुपाई  बॉडी

गाजियाबाद :  गाजियाबाद की गोविंदपुरी कॉलोनी में एक बच्चे की हत्या के मामले में एक नया खुलासा हुआ है। 11 साल के बच्चे को नाक पर मुक्का मारने और बाल नोचने से नाराज होकर सौतेली मां ने शब्द की दुपट्टे से गला दबाकर मार डाला था। शव को घटना के बाद तीन घंटे तक सोफे के पीछे छिपा रखा गया था। शव को टैंक में डालकर अंधेरा हो गया। राहुल सैन, गोविंदपुरी की डबल स्टोरी कॉलोनी में 11 वर्षीय शब्द कक्षा तीन में पढ़ता था। उसकी लाश घर के सेप्टिक टैंक में पड़ी मिली।

घटना का खुलासा करने वाली सौतेली मां रेखा सैन और उसकी सहेली पूनम वर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में रेखा ने बताया कि राहुल से शादी होने के बाद से शब्द उससे अभद्रता करता आया है। वह हर जगह और हर किसी के सामने उसे बदनाम करता था। महिला ने बताया कि उसके पति राहुल और ससुर महिपाल ने भी शब्द को कई बार ऐसा नहीं करने के लिए समझाया था, लेकिन शब्द बदतर होता जा रहा था। रविवार को भी उसने सहेली पूनम के सामने बाल नोचकर नाक पर मुक्का मार दिया था। इससे गुस्से में उसकी हत्या कर दी।

आरोपी महिला ने बताया कि शब्द वहीं खड़ा रहकर अभद्रता करता रहा और नाक पर मुक्का मारता रहा। वह इतना क्रोधित हो गया कि शब्द को पकड़कर जमीन पर फेंक दिया। उसने फिर शब्द के पैर पर बैठकर हाथ जोर से पकड़ लिए। तब रेखा ने अपने दुपट्टे से शब्द का गला घोंट दिया। दुपट्टे से गले को दस मिनट तक दबाए रखा। वह बहुत हाथ पैर मारता रहा, लेकिन दुपट्टा नहीं छोड़ा जब तक मर नहीं गया।

पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने बच्चे का शव यूट्यूब पर देखा था। आरोपी रेखा ने कहा कि वह क्राइम पेट्रोल काफी समय से देखती थी। रेखा ने बीस मिनट तक यूट्यूब पर हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के तरीके की खोज की। उसे यूट्यूब पर ही सेप्टिक टैंक में आत्महत्या करने का विचार आया। ऐसे में, उसने हथौड़े से घर के अंदर बने सेप्टिक टैंक का स्लेप तोड़ना शुरू किया। स्लेप, जो पहले से ही खराब था, 30 मिनट में टूट गया। रेखा फिर घर की छत पर चढ़ी और छज्जा तोड़ दी। शब्द के शरीर पर छज्जे से तोड़ा गया पत्थर लगाया गया। रेखा ने शव को टैंक में डाल दिया।

पूनम चार दिन पहले भी रेखा के साथ बैठी थी। इस बीच, शब्द ने रेखा को बदनाम कर दिया था। उस दिन ही पूनम ने रेखा से शब्द को हटा दिया। पति, ससुर और देवर ने देर रात तक दुकान पर काम करने के कारण रविवार को हत्या करने का दिन चुना। रविवार दोपहर 12 बजे पूनम रेखा के घर पहुंची और चार बजे चली गई।

मंगलवार को डबल स्टोरी कॉलोनी में शोक था। बच्चे को नम आंखों से अंतिम संस्कार दिया गया। उस अंतिम यात्रा में बहुत से लोग शामिल हुए। मंगलवार को कॉलोनी में चूल्हा नहीं जला जाएगा। हर किसी ने कहा कि आखिर मां भी ऐसा कर सकती है।