"ज़मीन की लड़ाई, पहचान की पुकार – बोड़ाकी के ग्रामीणों की आवाज़"

बोड़ाकी में मल्टीमॉडल परियोजना का विरोध, ग्रामीणों ने सौंपा ज्ञापन
पूर्व मंत्री नरेंद्र भाटी से मिले ग्रामीण, कहा- हमारी जमीन, हमारी पहचान है
ग्रेटर नोएडा। बोड़ाकी गांव में बनने जा रही मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक परियोजना का ग्रामीणों ने विरोध किया है। बृहस्पतिवार को गांव में पंचायत हुई, जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण जुटे। उन्होंने पूर्व मंत्री और एमएलसी नरेंद्र भाटी को ज्ञापन सौंपा और परियोजना को किसी अन्य स्थान पर शिफ्ट करने की मांग की।
ग्रामीणों का कहना है कि जिस जमीन पर वे पीढ़ियों से रह रहे हैं, वह अब भी खतौनी में दूसरों के नाम दर्ज है। ऐसे में अगर सरकार इस जमीन का अधिग्रहण करती है, तो विवाद होना तय है। इससे गांव की संस्कृति और आपसी भाईचारा भी खत्म हो जाएगा।
ग्रामवासियों ने बताया कि गांव की आबादी 200 साल से भी पुरानी है, लेकिन अब तक न तो घरौनी बनी है और न ही जमीन उनके नाम की गई है। कई परिवार खेतों की जमीन पर घर बनाकर रह रहे हैं, लेकिन उनके नाम पर कोई कागज़ नहीं है।
ग्रामीण आशेराम भाटी ने कहा कि सरकार चाहे तो परियोजना को थोड़ी दूर शिफ्ट कर सकती है, जहां खाली जमीन पड़ी है। मास्टर परसराम भाटी ने मांग की कि अगर जमीन लेनी ही है, तो पहले साफ तौर पर बताया जाए कि उन्हें बदले में क्या सुविधाएं और विकल्प मिलेंगे। भगवत सिंह ने कहा कि पहले घरौनी बनाई जाए और फिर कोई फैसला लिया जाए।
पूर्व मंत्री नरेंद्र भाटी ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि वे जिलाधिकारी और प्राधिकरण के सीईओ से इस विषय में बात करेंगे और ग्रामीणों के साथ किसी भी तरह का अन्याय नहीं होने देंगे।
पंचायत में मौजूद रहे: छिददा सिंह, बासेराम भाटी, रोहताश भाटी, राजबीर सिंह, ऋषिपाल भाटी, मुकेश भाटी, रणजीत भाटी, नगेंद्र भाटी, प्रेम भाटी, बेदन भाटी, देशराज भाटी, संजय भाटी और सतबीर भाटी समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।