ग्रे नो एक्सटेंशन से जीटी रोड कनेक्टिविटी मामले में प्राधिकरण स्पष्ट करें अपनी प्रस्तावित योजना
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा एक्सटेंशन से जीटी रोड कनेक्टिविटी की प्रस्तावित सड़क योजना तत्कालीन अधिकारियों के उदासीन रवैए की वजह से आज तक परवान नहीं चढ़ सकी। जिस सड़क निर्माण से जीटी रोड साइड के गांवों के तीव्र विकास के साथ-साथ आम जनता को भी बहुत बड़ी राहत मिलती। ग्रेटर नोएडा एक्सटेंशन से जीटी रोड साइड के गांवों की सड़क के जरिए कनेक्टिविटी इस क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगी। अगर गौतम बुद्ध नगर में पिछले 25 साल के जन आंदोलनों पर नजर डालें तो यहां प्राधिकरणों के विरुद्ध किए गए किसान आंदोलनों के अलावा इस तरह का कोई आंदोलन अथवा मुहिम किसी विकास की मांग को लेकर नहीं चली है जिस तरह ग्रेटर नोएडा एक्सटेंशन से जीटी रोड कनेक्टिविटी के लिए ओमवीर आर्य द्वारा चंद दिनों पहले प्रारंभ की गई मुहिम में लोगों का कारवां बढ़ता ही जा रहा है। क्योंकि जनहित के इस निस्वार्थ आंदोलन को सभी जाति, वर्ग और आम जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है। क्योंकि ग्रेटर नोएडा साइड से अच्छी सड़क कनेक्टिविटी ना होने की वजह से जीटी रोड साइड का क्षेत्र विकास की दृष्टि से बहुत पिछड़ा नजर आता है। इसलिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों को जनहित के इस मुद्दे को संजीदगी से प्राथमिकता पर लेना चाहिए और स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी प्राधिकरण के अधिकारियों पर दबाव बनाना चाहिए।
ग्रेटर नोएडा एक्सटेंशन से जीटी रोड
जीटी रोड कनेक्टिविटी से जहां आम जनता लाभान्वित होगी वहीं दूसरी तरफ प्राधिकरण के प्रति लोगों में विश्वास पैदा होगा। क्योंकि प्राधिकरण के अंतर्गत आने वाले गांवों जब से पंचायत पुनर्गठन बंद हुआ है तब से योजनाबद्ध विकास बंद हो गया है। इस सड़क मार्ग का निर्माण शासन प्रशासन के लिए इस वक्त इसलिए भी अहम हो गया है क्योंकि हाल ही में नया ग्रेटर नोएडा का सरकार द्वारा नोटिफिकेशन किया गया है ऐसे में इस क्षेत्र के किसानों के सहयोग नए प्राधिकरण के अधिकारियों को चाहिए होगा। अगर प्राधिकरण द्वारा इस अहम मुद्दे को भी अनदेखा किया गया तो जिस तरह इस मांग के समर्थन में लोगों का कारवां बढ़ता जा रहा है ऐसे में प्राधिकरण को बड़े आंदोलन का सामना करना पड़ सकता है।