साइबर ठगों ने युवती और युवक को कुछ इस तरह बनाया शिकार

साइबर ठगों ने युवती और युवक को कुछ इस तरह बनाया शिकार

Noida: उत्तर प्रदेश की हाईटेक सिटी में लोग जितने हाईटेक हो रहे हैं, अपराधी उससे भी आगे निकल रहे हैं। लोगों की जमापूंजी को लूटने के लिए साइबर ठगों द्वारा नए नए फंडे इजाद किए जा रहे हैं। नोएडा में साइबर ठगों ने बैंक कर्मचारी बनकर एक युवती से जहां 11 लाख रुपये ठग लिए, वहीं एक युवत को ट्रेडिंग के नाम पर 34 लाख रुपये का चूना लगा दिया।

नोएडा के सेक्टर-55 निवासी कोमल के क्रेडिट कार्ड की लिमिट को बढ़ाने का झांसा देकर जालसाजों ने 11.60 लाख की ठगी कर ली। पुलिस को दी शिकायत में कोमल ने कहा कि उनके पास किसी का फोन आया। कॉलर ने खुद को एक प्राइवेट बैंक का कर्मचारी बताकर क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने की जानकारी दी। जालसाजों ने कोमल से आधार व पैन कार्ड की कॉपी मंगा ली और ओटीपी भी ले लिया।

जालसाजों ने उनके क्रेडिट कार्ड के नाम पर 4 लाख रुपये का लोन ले लिया। इसके साथ ही जालसाजों ने नेट बैंकिंग के जरिये पीड़िता के बैंक खाते से 7.60 लाख रुपये का पर्सनल लोन भी करा लिया। जब बैंक से लोन के बारे में युवती के पास मैसेज आया तब ठगी का पता चला। दोनों मामलों में साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

इसके अलावा नोएडा की सुदामापुरी निवासी रमेश कुमार ने थाने में दर्ज कराई शिकायत में कहा कि नवंबर 2023 में उसके पास एक नंबर से फोन आया था। फोन पर हुई बातचीत के दौरान ट्रेडिंग सीखने के लिए फ्रंटलाइन नामक एक व्हाट्स एप ग्रुप से जुड़े थे। इसमें सीखने का कोई चार्ज नहीं था। कुछ दिन बाद शेयर खरीदने बेचने के सामान्य टास्क दिए गए। इसके बाद एक लिंक दिया। लिंक पर क्लिक करने के बाद पता चला कि इसमें अकाउंट रिचार्ज करना पड़ेगा। रिचार्ज के बाद बैलेंस भी दिखता था।

इसके बाद पीड़ित ने ग्रुप पर दिए गए निर्देशों के मुताबिक आइपीओ में पैसा लगाना शुरू किया। पीड़ित ने अब तक ने करीब 34.65 लाख रुपये जमा कर दिए। उन्होंने रकम निकालने का प्रयास किया तो 30 प्रतिशत टैक्स जमा करने को कहा गया। टैक्स जमा करने से इनकार करने पर सेबी की तरफ से कानूनी नोटिस भेजने क धमकी दी गई। इसके बाद ठगी का अहसास हुआ और इस मामले की शिकायत पुलिस से की।