नोएडा में हैं एक हजार हिस्ट्रीशीटर

नोएडा में हैं एक हजार हिस्ट्रीशीटर

Greater Noida: उत्तर प्रदेश के नोएडा, ग्रेटर नोएडा, दादरी तथा जेवर को मिलाकर एक जिला है। इस जिले का नाम गौतमबुद्धनगर जिला है। गौतमबुद्धनगर जिले की पहचान नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा जैसे प्रसिद्ध शहरों से होती है। इसी कारण गौतमबुद्धनगर जिले को नोएडा के नाम से भी जाना जाता है। नोएडा अथवा गौतमबुद्धनगर हमेशा खतरों में बना रहता है। नोएडा के संबंध में एक ताजा खबर आपको बता रहे हैं। खबर यह है कि पढ़े-लिखे लोगों का क्षेत्र होने के बावजूद नोएडा (गौतमबुद्धनगर) में ढ़ेर सारे शातिर अपराधी भी रहते हैं। नोएडा में 1088 सक्रिय हिस्ट्रीशीटर रहते हैं।

नोएडा कमिश्नरी पुलिस के आंकड़े काफी चौंकाने वाले हैं। नोएडा पुलिस की फाइलों में दर्ज आंकड़ों के अनुसार नोएडा (गौतमबुद्धनगर) जिला में कुल 1088 हिस्ट्रीशीटर सक्रिय हैं। नोएडा कमिश्नरी पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर्स की पूरी जानकारी चुनाव आयोग को भी भेजी है। चुनाव आयोग ने नोएडा पुलिस को निर्देश दिये हैं कि लोकसभा चुनाव के दौरान सभी हिस्ट्रीशीटर्स पर विशेष निगरानी रखी जाए। साथ ही सभी 1088 हिस्ट्रीशीटर को प्रतिबंधित भी किया जाए।

आपको यह भी जान लेना चाहिए कि यह हिस्ट्रीशीटर होता क्या है? आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि हिस्ट्रीशीटर का मतलब ‘एक लम्बा आपराधिक रिकॉर्ड रखने वाला व्यक्ति होता है‘ जब किसी व्यक्ति पर किसी अपराध का दोष लगा हो और पुलिस स्टेशन में उसके खिलाफ पहले से ही कोई केस चल रहा हो लेकिन फिर भी जब वह अपराधी बार-बार अपराध करें तो उसे हिस्ट्रीशीटर कहा जाता है। ऐसे अपराधी पेशेवर अपराधी होते है इसलिए आम जनता ऐसे अपराधियों की पहचान अलग से कर सके इसी लिए इनको हिस्ट्रीशीटर कहा जाता है। जब किसी अपराधी के खिलाफ 10 या इससे अधिक मामलों में अपराध दर्ज हो तो संबंधित पुलिस स्टेशन के SI द्वारा उस अपराधी को हिस्ट्रीशीटर घोषित कर दिया जाता है। हम आपको बता दें की 10 मामलों में अपराध होना कोई फिक्स आंकड़ा नहीं है। बहुत सी बार 10 से कम मामलों में अपराध दर्ज होने पर भी अपराधी को हिस्ट्रीशीटर घोषित कर दिया जाता है।

अगर आपके मन में यह सवाल है कि आखिर कुछ अपराधियों को हिस्ट्रीशीटर क्यों घोषित कर दिया जाता है तो इसका जवाब भी आपको पता होना जरूरी है। जैसा कि हम आपको ऊपर बता चुके हैं कि जब भी किसी अपराधी पर 10 से अधिक मामलों में अपराध दर्ज हो तो इसका मतलब साफ है कि वह अपराधी एक पेशेवर अपराधी है और आम लोगों को ऐसे अपराधियों से दूर ही रहना चाहिए। इसलिए जब भी किसी व्यक्ति को हिस्ट्रीशीटर घोषित किया जाता है तो आसपास के एरिया में आम लोगों को पता चल जाता है कि वह एक पेशेवर अपराधी है इसलिए आम जनता उस व्यक्ति से सतर्क रहती है।