टी-सीरीज़ समूह ने अपनी जमीन पर प्रस्तावित सड़क निर्माण पर जताई नाराजगी,

टी-सीरीज़ समूह ने अपनी जमीन पर प्रस्तावित सड़क निर्माण पर जताई नाराजगी,

टी-सीरीज़ समूह ने अपनी जमीन पर प्रस्तावित सड़क निर्माण पर जताई नाराजगी,

पारदर्शी और न्यायपूर्ण समाधान की मांग

ग्रेटर नोएडा, 25 अप्रैल 2025।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (GNIDA) द्वारा टी-सीरीज़ समूह की जमीन पर बिना उचित सहमति के सड़क निर्माण किए जाने के विरोध में, टी-सीरीज़ समूह ने साफ शब्दों में अपनी नाराजगी जाहिर की है। समूह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि वह इस तरह की कार्रवाई को किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं करेगा और उचित मुआवजा और पारदर्शी प्रक्रिया की मांग करता है।

टी-सीरीज़ समूह ने बताया कि ग्रेटर नोएडा के शारदा विश्वविद्यालय के पास स्थित इस भूमि पर उनका स्वामित्व वर्ष 1987 से है। इस जमीन का उपयोग समूह लंबे समय से विभिन्न व्यावसायिक गतिविधियों के लिए करता आ रहा है। टी-सीरीज़ का कहना है कि GNIDA ने बिना उचित संवाद और सहमति के इस भूमि पर सड़क निर्माण का कार्य शुरू कर दिया है, जो पूरी तरह से अनुचित है।

समूह ने यह भी आरोप लगाया कि इस सड़क का निर्माण एकतरफा ढंग से किया जा रहा है, जिससे दूसरी ओर की सड़क पर भी अवरोध पैदा हो गया है। इससे समूह की अन्य संपत्तियों का भी व्यावसायिक उपयोग प्रभावित हो रहा है। टी-सीरीज़ ने साफ किया कि इस जमीन को लेकर अब तक उन्हें कोई मुआवजा भी नहीं मिला है।

टी-सीरीज़ समूह ने अपनी तीन प्रमुख मांगे GNIDA के सामने रखी हैं:

1. सड़क निर्माण के लिए केवल आवश्यक भूमि का ही अधिग्रहण किया जाए।

2. अधिग्रहित भूमि के बदले समान आकार और मूल्य की दूसरी भूमि प्रदान की जाए।

3. शेष भूमि को नए मास्टर प्लान में शामिल कर उसकी स्वीकृति दी जाए ताकि उसका समुचित विकास हो सके।

समूह ने यह भी स्पष्ट किया कि वह ग्रेटर नोएडा के विकास के खिलाफ नहीं है, बल्कि वह केवल यह चाहता है कि किसी भी विकास कार्य के लिए सभी संबंधित पक्षों से उचित सहमति ली जाए और सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन हो।

टी-सीरीज़ ने कहा कि हाल ही में भूमि अधिग्रहण के लिए गठित विशेष समिति की सुनवाई में भी उन्होंने अपनी आपत्ति दर्ज कराई है। समूह ने GNIDA को यह याद दिलाया कि बिना सहमति भूमि अधिग्रहण किसी भी स्थिति में मान्य नहीं हो सकता।

समूह ने मीडिया और जनता से भी अपील की कि वे इस विषय पर सही और पारदर्शी जानकारी प्राप्त करें, ताकि किसी भी प्रकार का भ्रम पैदा न हो। उन्होंने कहा कि वे सभी हितधारकों के हित में रचनात्मक संवाद के लिए हमेशा तैयार हैं, लेकिन यदि जरूरत पड़ी तो अपने अधिकारों की रक्षा के लिए न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाएंगे।

टी-सीरीज़ समूह ने अंत में कहा कि वे सभी विकास कार्यों में सहयोग के इच्छुक हैं, लेकिन दबाव या अनुचित कदमों को स्वीकार नहीं करेंगे। वे न्यायसंगत और वैधानिक समाधान की मांग करते हैं।