स्क्रैप माफिया रवि नागर की 100 करोड़ की संपत्ति सील
Noida: उत्तर प्रदेश के नोएडा में गैंगस्टर एक्ट के मामले में स्क्रैप माफिया रवि नागर पर बड़ी कार्रवाई हुई है। गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट ने सरिया एवं स्क्रैप माफिया रवि नागर (रवि काना) गिरोह की आर्थिक रूप से कमर तोड़ने के लिए घेराबंदी शुरू कर दी है। मंगलवार रात 10 बजे से सुबह चार बजे तक चली दबिश में रवि गिरोह की 100 करोड़ की संपत्ति सील की गई। इसको विवेचना में शामिल किया गया है। गैंगस्टर एक्ट के तहत यह संपत्ति जब्त भी की जाएगी। इस कार्रवाई में पुलिस की चार टीमें लगी हुई थीं। डीसीपी ग्रेटर नोएडा साद मियां खान ने बताया कि करीब 100 करोड़ की प्रॉपर्टी को जांच में शामिल कर सील किया गया है।
ईकोटेक एक कोतवाली प्रभारी अनुज कुमार ने टीम के साथ रवि के श्रीकृष्णा स्टील्स गोदाम में दबिश दी। गोदाम करीब 20 बीघा जमीन पर बना हुआ है। यह पट्टे की जमीन पर अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था। गोदाम को सील किया गया है। उसमें मौजूद एक ट्राली गत्ता, सैकड़ों वॉशिंग मशीन, सैकड़ों फ्रिज, माइक्रोवेव ओवन, लकड़ी व अन्य स्क्रैप को सील किया गया है। वहीं, बीटा-2 कोतवाली प्रभारी मुनेंद्र कुमार ने टीम के साथ बिसरख कोतवाली क्षेत्र स्थित प्राइम प्रेसिंग टूल्स गोदाम में दबिश दी। यह भी रवि का गोदाम है।
बिसरख के चेरी काउंटी स्थित 5000 वर्ग गज जमीन को सील किया गया है। गोदाम में कार्रवाई के दौरान 20 ट्रक, दो स्क्रैप से लदे ट्रक, दो ट्रैक्टर, दस लाख का सरिया, तांबा, स्क्रैप करीब 200 टन, दस कंप्यूटर व प्रिंटर, 60 बड़े वाहनों के कागजात कब्जे में लिए गए हैं। दोनों गोदामों पर हुई कार्रवाई के दौरान 100 करोड़ की संपत्ति सील हुई।
बीटा दो कोतवाली में रवि काना व उसके गिरोह के 15 अन्य आरोपितों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। चार आरोपित राजकुमार, अनिल, आजाद और विकास गिरफ्तार हो चुके हैं, जबकि गैंग लीडर रवि काना समेत कई अन्य फरार हैं। आशंका है कि रवि नेपाल के रास्ते विदेश भाग गया है। गैंग लीड रवि नागर उर्फ रविंद्र सिंह उर्फ रवि काना निवासी दादूपुर, तरुण छोंकर, अमन, विशाल, अवध उर्फ बिहारी, महकी नागर उर्फ महकार, विक्की, अफसार, राशिद, प्रहलाद, काजल झा और रवि की पत्नी मधु पर अभी और शिकंजा कसने की तैयारी चल रही है। गैंग लीड रवि और उसके गिरोह की 50 करोड़ से अधिक की और संपत्ति चिह्नित कर ली गई है। जल्द ही संपत्ति चिह्नित करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
पुलिस को आशंका है कि रवि ने अधिकांश संपत्ति को अपने करीबियों के नाम किया हुआ है। पुलिस अब ऐसे करीबियों की पहचान करने में जुट गए जिनकी पिछले 10 साल में तेजी से प्रॉपर्टी बड़ी है। रवि के रिश्तेदार और उसके परिवार के लोगों की प्रॉपर्टी की जांच की जा रही है। जिला प्रशासन और प्राधिकरण से भी इनका ब्यौरा मांगा जा रहा है।