शहरी भारत की नई उड़ान — स्मार्ट सिटी कॉन्क्लेव 2025"

शहरी भारत की नई उड़ान — स्मार्ट सिटी कॉन्क्लेव 2025"

विधायक तेजपाल नागर ने किया अंतरराष्ट्रीय स्मार्ट सिटी कॉन्क्लेव 2025 का उद्घाटन, गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय बना वैश्विक शहरी विकास संवाद का केंद्र

ग्रेटर नोएडा। गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय, ग्रेटर नोएडा में सोमवार से अंतरराष्ट्रीय स्मार्ट सिटी कॉन्क्लेव 2025 का भव्य आगाज़ हुआ। तीन दिवसीय इस वैश्विक आयोजन का उद्घाटन क्षेत्रीय विधायक तेजपाल नागर ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति राणा प्रताप सिंह, ग्लोबल चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के सीईओ इंजीनियर आशीष गुप्ता, एक्सेस अरेबिया के जेम्स समेत देश-विदेश से आए कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।

ग्लोबल चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की पहल पर आयोजन

ग्लोबल चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित यह कॉन्क्लेव 21 अप्रैल से शुरू होकर 23 अप्रैल तक चलेगा। आयोजन का उद्देश्य भारत सहित वैश्विक स्तर पर स्मार्ट शहरों की अवधारणा, रणनीतियां और व्यवहारिक योजनाओं को साझा करना है।

कॉन्क्लेव के पहले दिन विधायक तेजपाल नागर ने कहा, “एनसीआर और विशेष रूप से ग्रेटर नोएडा के लिए यह अत्यंत गर्व की बात है कि इस अंतरराष्ट्रीय स्तर के कॉन्क्लेव की मेज़बानी की जा रही है। आशीष गुप्ता जी और उनकी संस्था ने स्मार्ट सिटी की दिशा में एक सशक्त पहल की है। इस मंच से जो विचार और योजनाएं सामने आएंगी, वे निश्चित ही भारत के शहरी विकास को नई ऊँचाइयों तक पहुंचाएंगी।”

विश्वविद्यालय को मिला वैश्विक संवाद का मंच

कॉन्क्लेव की मेज़बानी कर रहे गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के कुलपति राणा प्रताप सिंह ने इस आयोजन को छात्रों और शिक्षकों के लिए एक सुनहरा अवसर बताया। उन्होंने कहा, “हमारे लिए गर्व की बात है कि यूनिवर्सिटी परिसर में इतने बड़े स्तर पर स्मार्ट सिटी से जुड़ा कार्यक्रम हो रहा है। यहां छात्रों को विशेषज्ञों से सीखने और उनके अनुभवों से लाभ उठाने का अनोखा अवसर प्राप्त हो रहा है।”

अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की सक्रिय भागीदारी

कॉन्क्लेव में एक्सेस अरेबिया के जेम्स सहित अन्य अंतरराष्ट्रीय वक्ताओं ने स्मार्ट सिटी के वैश्विक मानकों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे साइबर सुरक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डिजिटल गवर्नेंस और स्मार्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसी तकनीकों को एकीकृत करके भारतीय शहरों को भविष्य के अनुरूप बनाया जा सकता है।

शहरी विकास के भविष्य पर होगी व्यापक चर्चा

कॉन्क्लेव के आयोजक इंजीनियर आशीष गुप्ता ने जानकारी दी कि मंगलवार और बुधवार को भी कई महत्वपूर्ण तकनीकी सत्र आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा, “इस सम्मेलन का उद्देश्य शहरी आधुनिकीकरण की दिशा में राज्यों की प्रगति को प्रस्तुत करना और देश-विदेश के विशेषज्ञों को एक साझा मंच पर लाना है। इससे स्मार्ट सिटी परियोजनाओं को नई दृष्टि और गति मिलेगी।”

इन सत्रों में स्मार्ट बिल्डिंग्स, स्वच्छ ऊर्जा, नवीकरणीय संसाधन, जल संरक्षण, शहरी गतिशीलता, ICT समाधान, स्मार्ट पर्यावरण और कायाकल्प जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा होगी। इसके साथ ही दिल्ली और उत्तर प्रदेश की स्मार्ट सिटी परियोजनाओं की प्रगति पर भी प्रकाश डाला जाएगा।

नीति निर्माताओं और विशेषज्ञों का साझा मंच

यह कॉन्क्लेव केंद्र और राज्य सरकार के अधिकारियों, विदेशी प्रतिनिधिमंडलों, नगर पालिकाओं, विकास प्राधिकरणों, टाउन प्लानर्स, आर्किटेक्ट्स, रियल एस्टेट पेशेवरों और उद्योग विशेषज्ञों को एक मंच पर लाकर स्मार्ट शहरी विकास के भविष्य पर सहयोग को सशक्त बनाने का कार्य करेगा।

समापन 23 अप्रैल को

अंतरराष्ट्रीय स्मार्ट सिटी कॉन्क्लेव 2025 का समापन 23 अप्रैल को होगा, जिसमें तीन दिनों की चर्चाओं के आधार पर भविष्य के लिए सिफारिशें और रणनीतियां प्रस्तुत की जाएंगी।