हो गया साबित कि लम्बे होते हैं कानून के हाथ

हो गया साबित कि लम्बे होते हैं कानून के हाथ

Noida: आपने यह कहावत जरूर सुनी होगी कि कानून के हाथ लम्बे होते हैं। इस कहावत को नोएडा (गौतमबुद्धनगर) कमिश्नरी पुलिस की स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने सच साबित कर दिया है। नोएडा में तैनात एसटीएफ की टीम ने एक ऐसे अपराधी को पकड़ा है जो पिछले 14 साल से लगातार फरार चल रहा था। उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस अपराधी की गिरफ्तारी पर 50 हजार रूपए का ईनाम घोषित कर रखा था। नोएडा की एसटीएफ टीम ने 14 साल बाद अपराधी को गिरफ्तार करके उसके सही ठिकाने यानि जेल में भेज दिया है।

नोएडा में तैनात एसटीएफ की टीम ने राजकुमार पाण्डे नामक वाहन चोर को गिरफ्तार किया है। नोएडा पुलिस ने बताया कि राजकुमार को उसके साथी नगद नारायण ने अपराध की दुनिया का रास्ता दिखाया था। नोएडा में तैनात एसटीएफ के अधिकारियों ने बताया कि 14 साल बाद गिरफ्तार किया गया अपराधी बिहार के थाना छपरा क्षेत्र स्थित गांव मजरिया का राजकुमार पांडेय (52) हैं। आरोपित ने 2001 से 2005 के बीच दवाइयों की सप्लाई का काम किया। इसी दौरान उसकी पहचान छपरा के नगद नारायण से हुई। उसने राजकुमार की मुलाकात दूर के रिश्तेदार लखनऊ के कर्नल एपमी सिंह से कराई।

तीनों ने चोरी के वाहन की खरीद-फरोख्त का काम शुरू किया। पूर्वांचल के बाद इन्होंने अपने पैर दिल्ली-एनसीआर (Delhi NCR) में भी पसारने शुरू किये। वाहनों को चोरी कर उन्हें कम दामों में बेचने लगे। इसके बाद चोरी के वाहनों के पार्ट की बिक्री भी शुरू कर दी। आरोपित नगद नारायण व राजकुमार को 2009 में दिल्ली की कालकाजी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा।

वहां से जमानत पर आने पर आरोपितों ने क्षेत्र बदल दिया। मुरादनगर में चोरी के वाहनों की खरीद-फरोख्त करने लगे। पुलिस (Ghaziabad Police) ने 2010 में मुखबिर की सूचना पर दबिश दी तो आरोपित नगद नारायण चोरी के वाहन के साथ पकड़ा गया। लेकिन राजकुमार फरार हो गया। नोएडा में नगद नारायण से पूछताछ में कई राज सामने आए। नोएडा पुलिस ने दोनों के नाम केस दर्ज किया। तभी से पुलिस राजकुमार की तलाश में जुटी थी। पूरे 14 साल बाद राजकुमार की गिरफ्तारी ने साबित कर दिया है कि कानून के हाथ लम्बे होते हैं।