नहीं सुने तो हम भी पंजाब की तरह हो जाएंगे..नोएडा के किसानों ने दी चेतावनी

Noida: दिल्ली-एनसीआर किसान आंदोलन से कराह रही है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा के किसान संगठनों ने भी प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। भारी संख्या में किसान गौतमबुद्ध नगर जिले में जगह-जगह काफी समय से धरने पर बैठे हुए है। यहां के किसान अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। धरने में भारी संख्या में महिलाएं, पुरुष, युवा और बुजुर्ग शामिल हैं। धरनारत किसानों का कहना है कि इस बार लड़ाई आरपार की है। अपना हक सरकार से लेकर रहेंगे। जीत कर ही दम लेंगे।
किसान सभा के दिन-रात के धरने के 17वें दिन किसानों ने जबरदस्त धरना-प्रदर्शन किया। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर अखिल भारतीय किसान सभा डटी हुई है। किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉ. रुपेश वर्मा ने धरने को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने 18 फरवरी तक किसानों के 10 परसेंट के मुद्दे और नए कानून को लागू करने के संबंध में शासन स्तर की हाई पावर कमेटी के नोटिफिकेशन का वादा किया है। इसी के मद्देनजर सभी संगठनों को 19 फरवरी को आमंत्रित किया जा रहा है। यदि 18 फरवरी तक जिसमें कि केवल एक दिन का ही वक्त बचा है। हाई पावर कमेटी का नोटिफिकेशन नहीं होता है तो आगे के बड़े आंदोलन की घोषणा की जाएगी।
अशोक भाटी जिला सचिव ने संबोधित करते हुए कहा कि किसान सभा ने फैसला किया है कि जिले में जनप्रतिनिधियों पर दबाव बनाया जाएगा। 10% नहीं तो वोट नहीं का नारा दिया जाएगा। किसान सभा के नौजवान नेता प्रशांत भाटी ने ऐलान करते हुए कहा कि जिले की राजनीति किसानों के मुद्दों पर तय की जाएगी। सत्ताधारी पार्टी को इस बात का एहसास कराया जाएगा कि इस जिले में केवल शहरी लोग ही नहीं रहते ग्रामीण लोग भी रहते हैं। शहर उन्हीं की जमीन पर बसा है। जिनकी जमीन के एवज में केवल 10 परसेंट प्लाट डेवलप होकर मिलना था। जिसे आज तक नहीं दिया गया है।
गुरप्रीत एडवोकेट ने चेतावनी देते हुए कहा कि किसान सभा पंजाब के मोर्चे की तरह मोर्चा लगाने की तैयारी कर रही है। लड़ाई आरपार की है। जीत कर ही दम लेंगे। नौजवान नेता मोहित नागर ने कहा किसान सभा जो लड़ाई शुरू करती है, उसे पूरा करके ही छोड़ती है। किसान सभा के वरिष्ठ नेता और सचिव पूरे इलाके को किसान सभा के नेतृत्व में जोड़ लिया गया है। नए कानून को लागू करा कर ही दम लेंगे। अब और शोषण बर्दाश्त नहीं होगा। किसानों को बहुत लूटा गया है। बहुत पीड़ा सही है और नहीं सहेंगे।