नोएडा शहर के बीच में बनेगा घंटाघर

नोएडा शहर के बीच में बनेगा घंटाघर

Noida: उत्तर प्रदेश के नोएडा शहर में जल्दी ही एक घंटाघर बनेगा। यह घंटाघर नोएडा शहर के बीचोंबीच (सेंटर) में बनेगा। घंटाघर बनाने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने कंसलटेंट कंपनी का चयन भी कर लिया है। कंसलटेंट कंपनी ने नोएडा प्राधिकरण को घंटाघर के 6 अलग-अलग डिजाइन सौंपे हैं। इस बीच नोएडा के नागरिकों ने मांग की है कि जब घंटाघर बनाया ही जा रहा है तो नोएडा में बनने वाले घंटाघर को नोएडा शहर की सबसे ऊंची-ईमारत के रूप में बना दिया जाए। सबसे ऊंची घंटाघर की ईमारत के ठीक ऊपर राष्ट्रीय ध्वज फहराने की मांग भी नोएडा के नागरिकों ने की है।

आपको बता दें कि नोएडा शहर का संचालन करने वाले नोएडा प्राधिकरण ने नोएडा शहर के सेक्टर-52 के मेट्रो स्टेशन के पास घंटाकर बनाने का फैसला किया है। नोएडा प्राधिकरण का मानना है कि नोएडा शहर में घंटाघर बनने से नोएडा शहर के एक प्रमुख चौराहे को खास पहचान मिल जाएगी। नोएडा प्राधिकरण पहले भी नोएडा शहर को नए-नए ढंग से सजाने तथा संवारने का काम करता रहा है।

नोएडा प्राधिकरण की अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी CEO वंदना त्रिपाठी ने पत्रकारों को बताया कि अधिकतर प्रसिद्ध शहरों में घंटाघर स्थापित है। घंटाघर उस शहर की एक अलग पहचान बनाता है। नेाएडा की अलग पहचान बनाने के मकसद से नोएडा में जल्दी ही घंटाघर बनाया जाएगा। नेाएडा में बनने वाले घंटाघर की ऊंचाई 70 फुट रखने की योजना बनाई गई है। श्रीमती वंदना त्रिपाठी ने बताया कि नोएडा प्राधिकरण ने एक कंसलटेंट की नियुक्ति भी कर ली है। नोएडा प्राधिकरण की CEO ने आगे बताया कि नोएडा में घंटाघर नोएडा के सेक्टर-52 मेट्रो स्टेशन के पास विजयंत थॉपर चौक पर स्थापित किया जाएगा। नोएडा में बनने वाले घंटाघर का डिजाइन लगभग तैयार हो गया है। यहां लगने वाली घड़ी का आकर और डिजाइन भी लगभग फाइनल है। जिसे कारीगर घंटाघर का निर्माण के साथ ही बनाएंगे। इस घंटाघर के चारों ओर घड़ी होगी। इस पूरे घंटाघर के निर्माण में करीब 1.74 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इससे बनाने वाली सलाहकार कंपनी ने प्राधिकरण के सामने छह डिजाइन दिए है। जिसमें से किसी एक का चयन किया जाना है। इसके बाद इसका निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। इस क्लाक टावर में रोमन या हिंदी वर्णमाला में अंक हो सकते हैं। शहर का सेक्टर- 51, 52, 71, 72 के चौराहा नोएडा का मिड प्वाइंट है। यहां लोगों की आवाजाही भी बहुत होती है। इसलिए इसी प्वाइंट को घंटाघर बनाने के लिए चुना गया है।

घंटाघर की बात चल रही है तो आपको यह भी बता दें कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भारत का सबसे ऊंचा घंटाघर है। लखनऊ का घंटाघर 221 फुट ऊंचा है। भारत के लखनऊ में स्थापित सबसे ऊंचे घंटाघर को वर्ष-1830 में स्थापित कराया था। लखनऊ के घंटाघर को लखनऊ के नवाब नसीरूददीन हैदर ने अवध प्रांत के प्रथम लेफ्टीनेंट गर्वनर के स्वागत में बनवाया था। लखनऊ के घंटाघर का निर्माण एक अंग्रेज इंजीनियर फ्रेडरिक विलियम्स स्टीवन्स ने कराया था।

नोएडा के नागरिकों ने कहा है कि जब नोएडा प्राधिकरण ने नोएडा शहर में घंटाघर बनाने का फैसला कर ही लिया है तो इसमें कुछ विशेष होना चाहिए। नागरिकों ने नोएडा प्राधिकरण से अनुरोध किया है कि नोएडा में बनने वाला घंटाघर देश का सबसे ऊंचा घंटाघर बनना चाहिए। साथ ही नोएडा के घंटाघर को नोएडा शहर की सबसे ऊंची इमारत के तौर पर स्थापित करके उसके ऊपर राष्ट्रीय ध्वज फहराना चाहिए। नोएडा के नागरिकों ने एक पत्र लिखकर नोएडा के CEO डा. लोकेश एम से यह मांग की है।