दो किसान नेताओं की जान को बड़ा खतरा
Delhi NCR: नोएडा, ग्रेटर नोएडा तथा आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय दो किसान नेताओं को अपनी जान का खतरा नजर आ रहा है। अपनी जान का खतरा देखते हुए दोनों किसान नेताओं ने नोएडा की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह को पत्र लिखे हैं। दोनों ही किसान नेताओं ने नोएडा पुलिस को जान के खतरे से संबंधित दस्तावेज भी दिए हैं। इन किसान नेताओं ने नोएडा पुलिस से सुरक्षा व्यवस्था करने की मांग भी की है।
किसान नेता चौधरी महेन्द्र सिंह तथा किसान नेता देवेन्द्र त्यागी ने नोएडा की पुलिस कमिश्नर को अलग-अलग पत्र लिखे हैं। पहले पत्र में किसान नेता चौधरी महेन्द्र सिंह ने लिखा है कि भारतीय किसान यूनियन (भानू) के अध्यक्ष भानू प्रताप सिंह ने अपने बनाये क्रांतिदल पार्टी से मुझसे गौतमबुद्धनगर सीट से सांसद का चुनाव लडऩे के लिए कहा। इस पर मैंने सभी पदाधिकारियों से वार्ता की तथा सभी ने चुनाव में भाजपा को समर्थन देने का निर्णय लिया। मैंने उनसे कहा कि इस विषय पर मैं देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को भाजपा के पक्ष में विधिवत समर्थन देकर आये हैं तथा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी को लखनऊ में मिलकर अपना समर्थन सौंप दिया था। ऐसी स्थिति में भाजपा को छोडक़र किसी दूसरे दल से चुनाव लडऩे का सवाल ही पैदा नहीं होता है। यह बात सुनकर भानू प्रताप सिंह ने मुझे मोबाइल से कॉल करके अभद्र भाषा का प्रयोग किया तथा गाली-गलौज की। मेरे फोन में यह सभी कॉल रिकॉर्डिंग हो गयी है। इसके बाद भानू प्रताप सिंह ने मुझे तथा महेन्द्र चौधरी को संगठन से निकाल दिया। मैंने इस बाबत इस शिकायती पत्र गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी को दिया। नोएडा मीडिया क्लब में विधिवत पत्रकार वार्ता करके हम लोगों ने भाजपा को समर्थन देने का ऐलान किया तथा भानू प्रताप सिंह द्वारा दी गई गाली-गलौज व अभद्र टिप्पणी के मामले में जांच करने तथा कानूनी कार्यवाही करने की मांग की। श्री चौधरी ने पुलिस कमिश्नर को लिखे पत्र में मांग की कि इस प्रकरण से जुड़े सभी ऑडियो तथा वीडियो की जांच कराते हुए दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाए तथा हमें व हमारे परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए।
दूसरे पत्र में किसान नेता देवेन्द्र त्यागी ने लिखा है कि उन्होंने 27 मार्च 2024 को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह तथा 28 मार्च को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी को मिलकर भाजपा को समर्थन देने का आश्वासन दिया था। इससे क्षुब्ध होकर भानू प्रताप सिंह ने 1 अप्रैल को उन्हें मोबाइल से फोन करके भाजपा के समर्थन पर कड़ा ऐतराज जताया तथा मेरे साथ गाली गलौज की तथा जान से मारने की धमकी दी। इसका ऑडियो भी वायरल हो गया था। उन्होंने पुलिस कमिश्नर से मांग की कि भानू प्रताप सिंह अपने दो गनर तथा निजी असलाहधारी बदमाशों के जरिए लोगों को धमकाते हैं तथा गाली-गलौज करते हैं इसलिए उनके दोनों गनर हटा लिए जाएं। उन्होंने लिखे पत्र में आरोप लगाया कि भानू प्रताप का करीबी विनोद चौधरी पुत्र महेन्द्र सिंह अपराधिक किस्म का व्यक्ति है। हत्या के मामले में उसे आजीवन कारावास की सजा हुई है तथा वह जमानत पर चल रहा है। विनोद तथा बंटी पुत्र महेन्द्र सिंह व्हाटसअप पर मुझे तथा चौ. महेन्द्र सिंह को जान से मारने की धमकी दे चुका है। ऐसे अपराधी किस्म के लोगों से उसकी तथा उसके परिवार की जान माल की रक्षा की जाए। ये लोग कभी भी उनके साथ संगीन वारदात कर सकते हैं। अत: ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए। दोनों किसान नेताओं ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी सुरक्षा की मांग की है।