DMRC को मिले इस आदेश के बाद से, मेट्रो में यात्रा करने वालों के लिए कम हो जाएगी भीड़..
DELHI: Delhi Metro Rail Corporation (DMRC) ने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों को सार्वजनिक परिवहन की ओर आकर्षित करने के लिए 40 अतिरिक्त ट्रेनों का परिचालन करने का निर्णय लिया है. इस निर्णय को दिल्ली सरकार ने दिया है। सोमवार से शुक्रवार कार्यदिवस के दौरान यह ट्रेन चलेगी। इससे मेट्रो की फ्रीक्वेंसी प्रभावित होगी। दिल्ली मेट्रो के प्रवक्ता अनुज दयाल ने बताया कि 25 अक्टूबर से अधिक ट्रेन चलाई जाएंगी। इसकी योजना दिल्ली-एनसीआर में लोगों को सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने के लिए प्रेरित करना है।
उन्होंने कहा कि आमतौर पर दिल्ली मेट्रो ट्रेन प्रतिदिन 4300 फेरे लगाती है। बता दें कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सोमवार को पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने लोगों से अपने निजी वाहन को छोड़कर सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करने की अपील की थी। मेट्रो से भी ट्रेनों की संख्या बढ़ाकर फ्रीक्वेंसी बढ़ाने का निर्देश दिया था, जिससे ट्रेन में भीड़ का पता न चले। यात्री आरामदायक सफर कर सकें।
फिलहाल, सुबह-शाम व्यस्त समय में मेट्रो में भारी भीड़ है। यात्रियों को मेट्रो में स्थान नहीं मिलता। इसलिए भी मेट्रो के फेरे बढ़ाने की जरूरत है। दिल्ली मेट्रो की येलो लाइन, ब्लू लाइन और रेड लाइन सबसे व्यस्त कॉरिडोर हैं। लेकिन इन तीनों कारिडोर में भी व्यस्त समय चार मिनट से अधिक है। यही कारण है कि मेट्रो के फेरे बढ़ाना भी संभव है।
डीएमआरसी ने बताया कि सीएक्यूएम द्वारा पिछले वर्ष ग्रेप-2 लागू करने पर मेट्रो के 71 फेरे बढ़ाए गए। बाद में, डीएमआरसी ने मेट्रो यात्रियों की संख्या बढ़ने पर स्वत: मेट्रो के फेरे बढ़ाए। यही कारण है कि पिछले वर्ष मेट्रो के 230 फेरे बढ़ाए गए हैं। इसलिए मेट्रो फिलहाल प्रतिदिन 4200 फेरे लगा रही है।
सीएक्यूएम द्वारा इस बार दिए गए निर्देशों के मद्देनजर मेट्रो के फेरे बढ़ाए जाने का विकल्प तलाश किए जा रहा है। मंगलवार को विजयादशमी के कारण अवकाश का दिन है। इस वजह से मेट्रो में यात्रियों की भीड़ कम रहेगी। बुधवार से मेट्रो के फेरे बढ़ाए जाएंगे।