नोएडा के सेक्टर-123 में बनेगा स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स

नोएडा के सेक्टर-123 में बनेगा स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स

Noida: सेक्टर-123 में स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स परियोजना को लेकर नोएडा प्राधिकरण ने सोमवार को बड़ा फैसला लिया गया है। अब प्राधिकरण अपने पैसे से स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स का निर्माण नहीं करवाएगा। यह परियोजना पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल से धरातल पर उतरेगी। इसके लिए नोएडा प्राधिकरण ने रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) तैयार करवा ली है। जल्द ही यह जारी कर एजेंसियों से आवेदन मांगे जाएंगे। हालांंकि देश की तमाम पार्टियां इस परियोजना को करने की इच्छा रखती हैं।

प्राधिकरण ने दिल्ली में पीपीपी मॉडल पर बने कई खेल परिसर देखने के बाद यह निर्णय लिया है। वहीं, प्राधिकरण के पास इसके संचालन के लिए स्टॉफ नहीं है। खेल विभाग भी सक्षम नहीं है। इसलिए निर्माण एजेंसी ही कॉम्प्लेक्स का संचालन और रखरखाव भी करेगी। 26.65 एकड़ में बनना है कॉम्प्लेक्स इससे पहले प्राधिकरण 26.65 एकड़ में दो चरण में कॉम्प्लेक्स बनवाने वाला था। पहले चरण की लागत करीब 70 करोड़ रुपये रखी गई थी। इसके लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार हो गई थी। 12 जुलाई को बोर्ड से भी मंजूरी भी मिल गई थी। इसके बाद टेंडर के लिए आईआईटी का परीक्षण करवाया जाना था। इस बीच अधिकारियों ने फैसला लिया कि इस परियोजना में निजी क्षेत्र की एजेंसियों को आमंत्रित किया जाए। दावा है कि निर्माण प्राधिकरण की तरफ से तैयार डीपीआर के मुताबिक ही करवाया जाएगा।

स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में उन खेल सुविधाओं को शामिल किया जाएगा जो सेक्टर-21ए स्थित स्टेडियम, इंडोर स्टेडियम व सफार्बाद मिनी स्टेडियम में नहीं हैं। इस स्टेडियम में सिंथेटिक ट्रैक, भाला फेंक मैदान, स्विमिंग पूल समेत अन्य सुविधाएं होंगी। साथ ही फुटबॉल मैदान व दर्शकों दीर्घा भी बनाई जाएगी। वहीं, एक मल्टीपर्पज हॉल भी होगा। इन सभी की यहां इस स्टेडियम में होने से नोएडावासियों को किसी खेल के लिए स्टेडियम न होने का रोना नहीं होगा।

जिस जगह पर कॉम्प्लेक्स प्रस्तावित है वहां पहले डंपिंग ग्राउंड बनना था। प्राधिकरण ने 2018 में काम भी शुरू करवा दिया था। फिर किसान संगठनों व कई सोसाइटी के निवासियों ने धरना-प्रदर्शन किया। इसके बाद डंपिंग ग्राउंड निरस्त किया गया। इसके बाद किसान यहां स्टेडियम की मांग कर रहे थे। जो अब प्राधिकरण ने पीपीपी मॉडल पर बनवाना निश्चित कर लिया है।

डॉ. लोकेश एम, सीईओ, नोएडा प्राणिकरण ने बताया कि स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स का निर्माण अब पीपीपी मॉडल पर होगा। दिल्ली में कई खेल परिसर इसी मॉडल पर बने हैं। इससे प्राधिकरण का पैसा भी नहीं खर्च होगा और शहर को खेल सुविधाएं भी मिल जाएंगी। आगे संचालन और रखरखाव भी सुनिश्चित होगा।