नोएडा में हस्तकला और विभिन्न राज्यों के लजीज व्यंजनों का मजा चखने के लिए शुरू हुआ सरस

नोएडा में हस्तकला और विभिन्न राज्यों के लजीज व्यंजनों का मजा चखने के लिए शुरू हुआ सरस

Noida: नोएडा में हस्तकला और विभिन्न राज्यों के लजीज व्यंजनों का मजा चखने के लिए शुरू हुआ सरस आजीविका मेला पहले दिन ही नोएडा वासियों को खूब पसंद आया है। शुक्रवार को शुरू हुए चौथे सरस आजीविका मेले (4th Saras Aajeevika Mela)में भारी भीड़ पहुंची और जमकर खरीददारी की।

सेक्टर-33ए स्थित नोएडा हाट में केंद्र सरकार का चौथा सरस आजीविका मेला प्रारंभ हो गया है, जो 4 मार्च तक आयोजित होगा। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) द्वारा आयोजित इस सरस आजीविका मेला 2024 में ग्रामीण भारत की शिल्प कलाओं का मुख्य रूप से प्रदर्शन किया गया है। एनआईआरडीपीआर के सहायक निदेशक चिरंजीलाल कटारिया ने बताया कि केंद्र सरकार के सरस आजीविका मेले का आयोजन प्रतिवर्ष देशभर के सभी राज्यों में किया जाता है। इसी कड़ी में नोएडा में यह चौथा आयोजन है। उन्होंने बताया कि मेले में 28 राज्यों के 400 से अधिक महिला शिल्प कलाकार, जो परंपरा, हस्तकला एवं ग्रामीण संस्कृति तथा स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं, इसके साथ ही 85 से ज्यादा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे।

जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर मनीष कुमार वर्मा ने केंद्र एवं राज्य सरकार की महिला सशस्क्तिकरण की पहल को आगे बढ़ाते हुए जनपद के सभी विद्यालयों एवं अन्य संस्थानों से अपील की है कि केंद्र सरकार के इस आयोजन में भरी संख्या मैं पहुँच कर देश के सभी राज्यों की संस्कृति एवं हस्तकला से रूबरू हों। मेले में दिल्ली-नोएडा सहित राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के दर्शक व ग्राहक पहुंच रहे हैं। दर्शकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सरकार की ओर से तमाम व्यवस्थाएं की गई हैं। देश भर के 20 राज्यों की 80 गृहणियों के समूह ने अपने प्रदेश के प्रसिद्ध क्षेत्रीय व्यंजनों के स्टाल यहां लगाए हैं।

मेले में राजस्थानी कैर सागरी गट्टे की सब्ज़ी से लेकर बंगाल की फिश करी, तेलंगाना का चिकन, बिहार की लिट्टी चोखा, पंजाब का सरसों का साग व मक्के की रोटी, प्राकृतिक खाद्य उत्पाद, हरियाणा के बाजरे व ज्वार के लड्डू बिस्कुट, कर्नाटक व जम्मू कश्मीर के ड्राई फ्रूट सहित पूरे भारत के पकवान मेले में आने वाले लोगों को बेहद पसंद आ रहे हैं।