नोएडा में बीमारी से 10 दिन में 60 से ज्यादा पशुओं की मौत, 150 बीमार
Noida: उत्तर प्रदेश के नोएडा में दादरी के कुड़ीखेड़ा गांव में पशुओं में बीमारी फैल गई है। 10 दिन में 60 से अधिक पशुओं की मौत हो गई। 150 से अधिक पशु बीमार हैं। गांव के लोग लगातार प्राइवेट डॉक्टरों को बुलाकर इलाज कर रहे हैं लेकिन दवाइयां बे असर हो रही हैं। पशुओं की मौत से ग्रामीणों का दूध का उत्पादन ठप हो गया है, जिससे कई परिवार पर आर्थिक संकट आ गया है। गांव के लोगों का आरोप है कि लगातार शिकायत करने के बाद भी जिला प्रशासन के अधिकारियों ने गांव के लोगों की सुध नहीं ली है। सोमवार में डॉक्टरों की एक टीम आई और पशुओं को चेक करने के बाद वापस चली गई। अभी तक पशुओं के वैक्सीनेशन व उपचार के लिए कैंप नहीं लगाया गया है।
दादरी एरिया के कुड़ी खेड़ा गांव में सैकड़ों किसान पशुपालन से अपना गुजर बसर करते हैं। गांव के रहने वाले सुभाष चंद ने बताया कि 10 दिनों में रहस्यमय बीमारी से 60 पशुओं की मौत हो चुकी है। पशुओं की बॉडी तेजी से गर्म होता है और फिर ठंडा हो जाता है। उसके बाद मौत हो जाती है। अब तक सुभाष, राम सिंह, अजब सिंह, सेलक राम, फिरे राम, मुनिपाल, विनोद समेत ग्रामीणों के करीब 60 पशुओं की मौत हो गई है। रहस्यमय बीमारी के फैलने से ग्रामीण डरे हुए हैं। उनके लाखों रुपये के नुकसान के साथ दूध उत्पादन भी बंद हो रहा है। कई परिवारों पर आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। कई दिनों से लगातार जिला प्रशासन के अधिकारियों से रहस्यमय बीमारी की शिकायत की जा रही थी। कोई सुनवाई नहीं हुई। रविवार को बादलपुर पशु अस्पताल के डॉक्टर ने गांव में पशुओं की जांच की और दवाएं दीं, लेकिन कोई कैंप अभी तक नहीं लगाया है।
मौत के बाद पशुओं को जमीन दबाने का कोई इंतजाम नहीं किया गया है। मजबूरन ग्रामीण मृत पशुओं को जंगल में फेंक कर आ रहे हैं। ऐसे में ग्रामीणों में भी संक्रमण फैल सकता है। उनकी मांग है कि मृत पशुओं को उठाने का जिला प्रशासन के अधिकारी इंतजाम कराए। जिसे आसपास संक्रमण न फैल सके। पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. सचिन कुमार गोयल ने कहा कि बीमार पशुओं का इलाज किया जा रहा है। मौसम बदलने के कारण वायरल इन्फेक्शन फैला है, जिससे पशुओं में प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। बीमारी को रोकने के लिए 15 मार्च से वैक्सीन लगाने का काम शुरू कर दिया है।