अनहोनी होने की आशंका से सतर्क हुआ सरकारी महकमा
Greater Noida: नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में अग्निशमन विभाग (Fire Brigade) अचानक सतर्क हो गया है। नोएडा में फायर बिग्रेड विभाग के सतर्क होने का सबसे बड़ा कारण दिल्ली की एक बड़ी घटना है। दरअसल नोएडा शहर से सटी देश की राजधानी दिल्ली में एक बेबी केयर सेंटर में आग लगने से बहुत बड़ा अग्निकांड हुआ है। नोएडा में किसी प्रकार का कोई अग्निकांड न हो जाए इसकी चिंता करते हुए फायर ब्रिगेड विभाग ने सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है।
आपको बता दें कि नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा (गौतमबुद्धनगर) का फायर ब्रिगेड महकमा सतर्क हो गया है। इसी सर्तकता के चलते फायर ब्रिगेड के अधिकारियों ने नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के 188 अस्पतालों का निरीक्षण किया है। निरीक्षण के दौरान नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा में चलने वाले 188 अस्पतालों में से 48 अस्पतालों में अग्निशमन की दृष्टि से अनेक खामियां पाई गई हैं।
एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि दिल्ली के बेबी केयर सेंटर में शनिवार रात आग लगने से मासूमों की मौत से सबक लेकर नोएडा का अग्निशमन विभाग भी अलर्ट मोड में आ गया है। विभाग की कई टीमों ने 188 अस्पतालों की जांच की तो 48 में खामियां मिलीं। इसके बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी को इसकी जानकारी दी गई। अब खामियों को दुरुस्त कराने के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) की ओर से भी टीम बनाई जाएगी। वहीं, सीएफओ प्रदीप कुमार चौबे का कहना है सभी अस्पताल प्रबंधनों को नोटिस भेजकर तत्काल सुरक्षा मानकों के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था करने के लिए कहा गया है।
गर्मी शुरू होते ही आग की घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने अस्पतालों, स्कूलों, फैक्ट्रियों से लेकर हाइराइज इमारतों में अग्निशमन सुरक्षा की व्यवस्था को जांच कराकर ठीक कराने के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रदीप कुमार चौबे के नेतृत्व में अस्पतालों का निरीक्षण किया गया। इसमें चौंकाने वाली जानकारी सामने आई कि 48 अस्पतालों में आग से बचने के उपाय बेहतर नहीं हैं।
किसी अस्पताल के पाइपलाइन ठीक नहीं हैं तो कहीं निकास मार्ग अवरूद्घ है तो कहीं सिलिंडर खाली हैं। सबसे अधिक खामियां छोटे अस्पतालों में मिलीं। जिला अस्पताल में भी सुरक्षा मानकों का उल्लंघन मिला। वहीं, शहर के बड़े निजी अस्पतालों में सामान्य रूप से अग्निशमन व्यवस्था ठीक मिली, जबकि ग्रामीण इलाकों के अस्पतालों में बहुत अधिक उल्लंघन पाया गया। यह पूरी जानकारी सीएमओ कार्यालय के साथ साझा की गई है। जल्द ही इसे लेकर एक टीम का गठन भी किया जाएगा।
नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा की फायर ब्रिगेड की कमान संभाल रहे मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रदीप कुमार चौबे का कहना है कि नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में ज्यादातर आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट है। इससे हादसों को रोकने के लिए अस्पतालों और अन्य बड़ी इमारमों में इलेक्ट्रिकल ऑडिट जरूर कराना चाहिए। इससे घटना पर काफी हद तक लगाम लगाई जा सकती है। 48 अस्पतालों को व्यवस्था दुरूस्त कराने के लिए नोटिस जारी कर दिए गए हैं।