नोएडा के स्कूल में 3 साल की बच्ची से कर्मचारी ने दूसरी बार की छेड़छाड़, मां के दावे जानकर बढ़ जाएगी चिंता
Noida: नोएडा के एक स्कूल में पढ़ने वाली 3 साल की बच्ची के साथ इस महीने की शुरुआत में हाउसकीपिंग स्टाफ ने छेड़खानी की थी। पिछले हफ्ते उसी स्टाफ ने एक बार फिर बच्ची का यौन उत्पीड़न किया। बच्ची की मां के दावे से स्कूल प्रबंधन में हड़कंप मच गया है। मां ने स्कूल प्रबंधन के लापरवाह रवैये पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने बताया कि गत 4 अक्टूबर को स्कूल में काम करने वाला कर्मचारी बच्ची को मेडिकल रूप में ले गया। उसने दरवाजा बंदकर बच्ची के साथ गलत हरकत की। बच्ची की चीखें सुनकर उधर से कोई महिला कर्मचारी गुजरी, जिसके बाद आरोपी खिड़की के रास्ते फरार हो गया।
मां का दावा है कि इस घटना के बाद स्कूल की एक टीचर उनकी बच्ची को वापस क्लास में लेकर गए। उनसे जब इस घटना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि हो सकता है कि बच्ची ने ऑनलाइन कुछ अनुचित वीडियो देखे होंगे। मां ने बताया कि उनकी बेटी ने 8 अक्टूबर को स्कूल जाने से इनकार कर दिया। उसने प्राइवेट पार्ट में दर्द की शिकायत की। हम उसे डॉक्टर के पास ले गए। डॉक्टर ने इंफेक्शन की जांच के लिए कुछ जांचें लिखीं। अगले दिन डॉक्टर ने बताया कि बच्ची के निजी अंगों में किसी तरह का संक्रमण नहीं है। किसी ने बच्ची का यौन उत्पीड़न किया है।
काउंसलिंग के बाद बच्ची ने अपने माता-पिता को बताया कि स्कूल में बच्चों को एक कर्मचारी खाना परोसते हैं। उन्हें बच्चे 'खाना भैया' के नाम से पुकारते हैं। उसने 4 अक्टूब को बच्ची के प्राइवेट पार्ट में डंडे से वार किया था। पूछताछ के दौरान बच्ची बार-बार कहती रही- 'भैया डंडा करते हैं।' बच्ची ने बताया कि स्कूल कर्मचारी ने दूसरी बार उसके साथ ऐसा किया है। कुछ हफ्ते पहले उसी शख्स ने बच्ची के साथ छेड़खानी की थी।
बच्ची ने कहा कि उसने इस घटना के बारे में अपनी क्लास टीचर को बताया तो उन्होंने कहा कि इस बारे में अपने घर में मत बताना। मां ने बताया कि यह सुनकर उन्होंने क्लास टीचर को 8 अक्टूबर को फोन किया और उनसे इस बाबत पूछा। टीचर ने इस घटना को टालने की कोशिश की और कहा कि मेरी बेटी ने शायद ऑनलाइन कोई अनुचित वीडियो देखा होगा और वह घटनाओं को अपनी बता रही होगी। मैं हैरान रह गई और मैंने टीचर से पूछा कि वीडियो देखने से मेरी बेटी को प्राइवेट पार्ट में दर्द, लालिमा और चकत्ते तो नहीं होंगे ना। मां ने कहा कि इसके बाद वह पुलिस के पास गईं।
परिवार ने उसी दिन सेक्टर 20 पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई और 9 अक्टूबर को एफआईआर दर्ज की गई। बच्ची का बयान बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष दर्ज किया गया और उसने जांच के तहत पुलिस द्वारा दिखाए गए तस्वीरों के एक सेट से आरोपी की पहचान की। इसके बाद, 30 वर्षीय हाउसकीपिंग कर्मचारी को 10 अक्टूबर को निठारी गांव से बीएनएस धारा 65 (2) (12 साल से कम उम्र की महिला से बलात्कार) के तहत गिरफ्तार किया गया। सीडब्ल्यूसी सदस्य दीप्ति यादव ने कहा कि समिति ने स्कूल को नोटिस दिया और बुधवार को प्रधानाध्यापिका को तलब किया।
इस बीच, स्कूल की प्रधानाध्यापिका का कहना है कि उन्हें यौन उत्पीड़न के बारे में तब पता चला जब 9 अक्टूबर को पुलिस की एक टीम स्कूल गई। माता-पिता ने इस घटना के बारे में हमसे पहले बात नहीं की थी। वहीं, डिप्टी सीपी रामबदन सिंह ने कहा कि अभिभावकों ने अपनी शिकायत में यह नहीं बताया कि क्लास टीचर को घटना के बारे में पहले से जानकारी दी गई थी। परिवार ने कहा कि वे अपने बच्चे को स्कूल से निकाल देंगे।