गाजियाबाद से जुड़े कॉन्स्टेबल भर्ती लीक के तार, कई और पेपर भी किए आउट
Ghaziabad: पेपर लीक होने के बाद रद्द हुए यूपी पुलिस में कॉन्स्टेबल भर्ती के एग्जाम की कई कड़ियां गाजियाबाद के ट्रॉनिका सिटी क्षेत्र से जुड़ रही हैं। दो दिनों में एसटीएफ नोएडा की टीम ने ट्रॉनिका सिटी से एक और उससे मिली जानकारी के बाद मुजफ्फरनगर से दूसरे आरोपी को गिरफ्तार किया है। उनके पास आगे होने वाले एग्जाम के एडमिट कार्ड मिले हैं। पता चला है कि आरोपी अन्य एग्जाम का पेपर भी उपलब्ध कराने वाले थे।
एसपी एसटीएफ राजकुमार मिश्र ने बताया कि ट्रॉनिका सिटी से 17 फरवरी को गुरुवचन की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को उसके पास से 18 फरवरी की दूसरी पाली के एग्जाम का पेपर मिला था। जांच तेज की गई तो एसटीएफ ने गुरुवार को ट्रॉनिका सिटी से कपिल तोमर को गिरफ्तार किया था। कपिल ने पेपर को सोशल मीडिया के अलग-अलग ग्रुप में डाला था। इसके बाद मुजफ्फरनगर से प्रवीण को गिरफ्तार किया गया है। दोनों की गिरफ्तारी के बाद इस मामले में सेना से रिटायर होने के बाद एग्जाम में सॉल्वर उपलब्ध करवाने में विपिन, अन्नु मलिक समेत कुछ अन्य के नाम सामने आए हैं। सभी के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
एसटीएफ के अनुसार, कपिल तोमर का काम एग्जाम देने वालों को जोड़ना था। इसके लिए वह 5 लाख रुपये ले रहा था। आरोपियों ने पेपर को लोगों तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया पर छोटे-छोटे ग्रुप बनाए थे। इनमें पेपर डाला जा रहा था। कपिल ने जिस ग्रुप में पेपर डाला था, उसमें 20 लोग थे। इस तरह, गुरुवचन, प्रवीण समेत अन्य के भी छोटे-छोटे ग्रुप थे, जिनमें एग्जाम देने वाले परीक्षार्थी भी जुड़े थे। एसपी ने बताया कि पेपर सबसे पहले कहां से लीक हुआ, इस बारे में छानबीन की जा रही है।
जानकारी के अनुसार, कपिल को 2022 में रेलवे के ग्रुप डी के एग्जाम में धांधली के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। प्रवीण ने भी सीएचएससी और सीएचएसएल जैसे एग्जाम पास करवाने के नाम पर रुपये लिए थे। पुलिस भर्ती के अलावा केंद्रीय सशक्त पुलिस बल की भर्ती के लिए भी लोगों से 4 लाख रुपये लिए जा रहे थे। आरोपियों के पास इस एग्जाम से जुड़े एडमिट कार्ड बरामद किए गए हैं। एसपी ने बताया कि कपिल को पेपर इसी प्रकार के ग्रुप से भेजा गया था। इस बारे में डिटेल निकाली जा रही है।