दिल्ली-ग्रेटर नोएडा के बीच कनेक्टिविटी के लिए बनाया जा रहा तगड़ा प्लान, जल्द बनेंगे नए स्टेशन

Greater Noida: दिल्ली और ग्रेटर नोएडा के बीच बेहतर कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (NMRC) ने 5245.95 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनाई है। इस परियोजना की मंजूरी पहले ही उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दी जा चुकी है और इसका उद्देश्य न केवल इन क्षेत्रों के बीच यातायात को सुगम बनाना है, बल्कि पूरे क्षेत्र के विकास और समृद्धि में योगदान देना है।
NMRC की योजना में दो नए मेट्रो कॉरिडोर शामिल हैं
सेक्टर-142 से बॉटनिकल गार्डन (नोएडा) तक
सेक्टर-51 (नोएडा) से नॉलेज पार्क-V (ग्रेटर नोएडा)
इन दोनों कॉरिडोर के निर्माण से कुल 19 नए मेट्रो स्टेशन स्थापित होंगे। यह परियोजना शहरी गतिशीलता में सुधार के लिए महत्वपूर्ण कदम साबित होगी और सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को और अधिक सुगम बनाएगी।
1.सेक्टर-142 से बॉटनिकल गार्डन (नोएडा) तक कॉरिडोर
यह 11.56 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर 2254.35 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा और इसमें 8 नए मेट्रो स्टेशन होंगे
– बॉटनिकल गार्डन
– नोएडा सेक्टर-44
– नोएडा ऑफिस
– नोएडा सेक्टर-97
– नोएडा सेक्टर-105
– नोएडा सेक्टर-108
– नोएडा सेक्टर-93
– पंचशील बालक इंटर कॉलेज
इस कॉरिडोर के शुरू होने से बॉटनिकल गार्डन स्टेशन एक बड़ा इंटरचेंज स्टेशन बन जाएगा, जिससे नोएडा और दिल्ली के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों को निर्बाध कनेक्टिविटी प्राप्त होगी। इसके पहले चरण में अनुमानित 80,000 यात्रियों का आवागमन होगा।
2. सेक्टर-51 से नॉलेज पार्क-V (ग्रेटर नोएडा) तक कॉरिडोर
यह कॉरिडोर 17.435 किलोमीटर लंबा होगा और इसमें 11 स्टेशन होंगे
– नोएडा सेक्टर-51 (मौजूदा)
– सेक्टर 61 (डीएमआरसी की ब्लू लाइन के साथ इंटरचेंज)
– सेक्टर 70
– सेक्टर 122
– सेक्टर 123
– ग्रेटर नोएडा सेक्टर 4
– इको टेक-12
– ग्रेटर नोएडा सेक्टर 2, 3, 10, 12
– नॉलेज पार्क-V
इस परियोजना का कुल बजट 2991.60 करोड़ रुपये है। यह एक्वा लाइन और डीएमआरसी की ब्लू लाइन तक पहुंच को भी बढ़ाएगा। इससे नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट और ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी, जिससे ट्रैफिक में कमी आएगी और लोग दिल्ली पहुंचने में जल्दी सक्षम होंगे।
कुल प्रभाव और लाभ
कनेक्टिविटी में सुधार : दोनों कॉरिडोर के निर्माण से नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच यात्रा बहुत आसान हो जाएगी।
विकास में योगदान : यह परियोजना इलाके के विकास को तेज करेगी, नए रोजगार अवसर पैदा करेगी और व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ावा देगी।
सुरक्षित और विश्वसनीय परिवहन : यह योजना कुशल और विश्वसनीय सार्वजनिक परिवहन प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
ट्रैफिक में कमी : यह मेट्रो विस्तार इन क्षेत्रों में सड़क यातायात को कम करने में मदद करेगा और पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव डालेगा।
इस परियोजना से नोएडा और ग्रेटर नोएडा में रहने वाले लाखों लोगों के लिए एक सुविधाजनक, सुरक्षित और तेज यात्रा का विकल्प मिलेगा और यह दिल्ली तक की यात्रा को भी अधिक सुगम बनाएगा।