ग्रेटर नोएडा में 17 करोड़ का नाला बना फिर भी भर गया 500 घरों में पानी
Noida: नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट के लिए भूमि अधिग्रहण में जा रहे रन्हेरा गांव में पिछले 15 दिनों से बाढ़ जैसे हालात हैं। यह स्थिति तब है जब गांव में करीब 17 करोड़ रुपये की लागत से नाला बनाया गया था। घरों में कैद लोगों के लिए बीमारी जैसे हालात होने पर अब मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से प्रमुख अभियंता एवं विभागाध्यक्ष (सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग) को लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ राज्यस्तरीय कमेटी बना नाले का दौरा कर रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है।
बारिश से पहले नाला सफाई में भी खानापूर्ति हुई है। 17 करोड़ से बने नाले से पानी न निकलने पर डिजाइन पर भी सवाल हो रहे हैं। वहीं बदतर स्थिति पर गुस्साए लोगों ने भी विस्थापन से इनकार कर दिया है। स्थिति को देखते हुए अब जलभराव से निजान दिलाने को यमुना प्राधिकरण ने 2 करोड़ रुपये का बजट जारी करने का फैसला लिया है।
यीडा के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि रन्हेरा गांव की जमीन नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहीत है। जमीन पर व्यवस्था दुरुस्त करने की जिम्मेदारी नागरिक उड्डयन मंत्रालय और जिला प्रशासन की है। जिला प्रशासन को सिंचाई विभाग से समय रहते नालों की सफाई करानी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। गांव में पानी भरने के बाद यमुना प्राधिकरण की टीम मौके पर भेजी गई, जहां जांच में नाला पूरी तरह से जाम मिला। वहीं, जल निकासी के लिए डेढ़ मीटर का रास्ता बनाया हुआ था, वहीं से ओवर फ्लो होने के कारण पानी गांव में भरा है।
गांव में बाढ़ जैसे हालात होने पर ग्रामीणों का आरोप है कि उनकी मांग पूरी होने तक विस्थापन नहीं किया जाएगा। इसी कारण लोगों को परेशान किया जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन की ओर से पुराना नाला बंद करा दिया गया, जबकि नालों और माइनरों की बारिश से पहले ठीक से सफाई नहीं कराई गई। जिस कारण जरा सी बारिश में ही गांव में पानी भर जाता है। पिछले दिनों हुई तेज बारिश से गांव में 15 दिनों से बाढ़ जैसे हालात हैं। मच्छरों के कारण लोगों को बीमारियों का डर सता रहा है।
इधर, पानी भरने से घरों की दीवारों में दरार पड़ गई हैं। जहरीले कीड़े और मच्छरों से लोग बीमार हो रहे हैं। शनिवार को कुसुम पत्नी राहुल की जहरीले कीड़े के काटने से मौत हो चुकी है। इस बीच विधायक धीरेंद्र सिंह ने बुधवार रात मुख्य सचिव मनोज कुमार और सीएम के अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल से मुलाकात कर लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करने को कहा। जिसके बाद बुधवार रात ही पानी निकालने की व्यवस्था की गई है।