दो तस्करों से 400 ग्राम सोना बरामद ,पानी के साथ गटक लेते थे सोने की गोलियां
Ghaziabad: खाड़ी देशों से सोने के आभूषण की तस्करी करना कोई नई बात नहीं है। यह अवैध कारोबार काफी वर्षों से चला आ रहा है, लेकिन खास बात यह है कि प्रतिबंध और एयरपोर्ट पर जांच के बाद भी कस्टम की नजर से बचने के लिए तस्कर किस प्रकार के उपाय करते हैं, यह आश्चर्यजनक है। कस्टम अधिकारियों की नजरों से बचने के लिए सोना तस्कर अपनी जान को भी खतरे में डाल देते हैं। हाल ही में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जब कौशांबी बस अड्डे पर क्राइम ब्रांच टीम ने दो संदिग्ध युवकों को पकड़कर जब से पूछताछ की, तो उनकी बात सुनकर वहां मौजूद पुलिसकर्मी भी हैरान रह गए।
क्राइम ब्रांच एडीसीपी सच्चिदानंद ने बताया कि उत्तर प्रदेश के रामपुर स्थित टांडा निवासी नदीम और फुजैल खाड़ी देशों से सोने की तस्करी का काम करते हैं। रामपुर निवासी नदीम काफी समय से इस काम को कर रहा है, जबकि फुजैल रामपुर में ही बिरयानी का ठेला लगाता है और इस काम में वह नया है। नदीम ने बताया कि इस काम में उन्हें प्रति 10 ग्राम सोने पर लगभग 20 हजार रुपये का मुनाफा होता है। भारी मुनाफे के चलते वे इस काम को कर रहे हैं। नदीम ने बताया कि सऊदी अरब में उन्होंने गोलियों के रूप में 400 ग्राम सोना खरीदा था। जिसके बाद एक बारीक टेप में लपेटकर उन गोलियों को पानी के साथ गटक लिया। नदीम ने बताया कि इस दौरान टेप से लपेटी गई सात पैकेट फुजैल ने गटक लिए, जबकि 6 गोलियों के पैकेट उसने पानी के साथ गटक लिए। दोनों सऊदी अरब से फ्लाइट पकड़कर मुंबई आए, जहां से ट्रेन द्वारा दिल्ली पहुंचे। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से बस पड़कर दोनों कौशांबी बस अड्डे पर आए, जहां से रामपुर जाने के लिए उन्हें बस पकड़नी थी।
सोने के कैप्सूल को निकालने के लिए दोनों को जिला एमएमजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिला एमएमजी अस्पताल के एमएस मनोज चतुर्वेदी ने बताया कि नदीम और फुजैल के पेट का एक्स-रे करने पर उनके पेट में मौजूद पैकेट का पता चला है। उसके बाद उन्हें फ्रेश होने के लिए दवाइयां दी गई। लगभग 12 घंटे के बाद दोनों के पेट से 400 ग्राम सोने की गोलियां मल के रास्ते से बरामद की गई हैं।
एडीसीपी सच्चिदानंद ने बताया कि पूछताछ के दौरान नदीम ने बताया कि वह पहले भी छह बार खाड़ी देशों से सोने की तस्करी कर चुका है। इस बार सोना लाते हुए उसे कस्टम स्टाफ द्वारा शक जताए जाने पर वे उनसे सांठगांठ कर वहां से निकल गए। दोनों के पासपोर्ट से पता चला कि नदीम 6 बार खाड़ी देशों की यात्रा कर चुका है। वह टूरिस्ट वीजा पर खाड़ी देशों की यात्रा करता है।