15 दिसंबर तक सभी शर्तें नहीं मानी गई तो 21 दिसंबर से होगा बड़ा आंदोलन

15 दिसंबर तक सभी शर्तें  नहीं मानी गई तो 21 दिसंबर से होगा बड़ा आंदोलन

अशोक तोगड़

परी चौक स्थित जीरो पॉइंट पर चल रहे धरने को लेकर आज प्राधिकरण कार्यालय में बैठक 

15 दिसंबर तक सभी शर्तों को मानने का किसानों ने प्राधिकरण के अधिकारियों को दिया अल्टीमेट

Greater Noida:भारतीय  पिछले कुछ दिनों से जीरो पॉइंट पर चल रहे किसान आंदोलन को समाप्त करने के लिए प्राधिकरण पुरजोर कोशिश कर रहा है लेकिन किसानों और प्राधिकरण के बीच बात बनती नजर नहीं आ रही जिसको लेकर भारतीय किसान यूनियन का 65 सदस्य प्रतिनिधिमंडल और यमुना प्राधिकरण के के अधिकारियों के बीच यमुना प्राधिकरण के सभागार  मैं एक वार्ता का आयोजन किया गया जिसमें जिलाधिकारी गौतम बुध नगर मनीष कुमार वर्मा एवं श्री डॉ. अरुणवीर सिंह मुख्य कार्यपालक अधिकारी यमुना प्राधिकरण के साथ  हुई। यह वार्ता लगभग 3 घंटे तक चली।  वार्ता में मुख्य रूप से 64% मुआवजा वितरण, 10% प्लॉट, यमुना एक्सप्रेस हाइवे का आवसीय भूखंड, दनकौर इंटरचेंज का 3650 प्रतिकर वितरण आदि बिंदुओं पर चर्चा हुई!

जनपद गौतमबुधनगर के सर्किल रेट की वृद्धि एवं जेवर एयरपोर्ट की विस्थापन नीति में परिवर्तन जिसमें विस्थापित किसानों को घर घर के बराबर प्लॉट, रोजगार भत्ता के नाम पर 5.50 की राशि को बढ़ाकर 12 लाख करना, बेटों के प्लाट को पिता के प्लाट में मर्ज ना करना आदि समस्याओं को अधिकारियों के सामने प्रमुखता के साथ उठाया गया। प्रशासन को यह भी चेतावनी दी  कि यदि उपरोक्त सभी समस्याओं का समाधान 15 दिसंबर तक नहीं किया गया तो 21 दिसंबर से स्वयं चौधरी राकेश टिकैत जीरो पॉइंट पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे। इस पर अधिकारियों ने भारतीय किसान यूनियन  के प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिया कि ऐसी  नौबत नहीं  आएगी कि किसानों को दोबारा धरने पर बैठना पड़े।

15 दिसंबर से पहले ही उपरोक्त सभी समस्याओं को चाहे वो प्रशासन के स्तर की हों या शासन के स्तर की हों सभी का समाधान कर दिया जाएगा। इस अवसर पर श्री बलराम सिंह एडीएमएलए, श्री नितिन मदान  एडीएम प्रशासन, एडीएम वित्त, श्री शैलेंद्र सिंह ओएसडी यमुना प्राधिकरण एवं श्री अभय सिंह एसडीएम जेवर नगला हुकम सिंह रनहैरा कुरैम नीमका खाजपुर दनकौर महमूदपुर गुर्जर नवादा इमलिया डेरीन ढाक चपरगढ़ राजपुर अटटा गुनपुर दादूपुर कनरासी अमरपुर बल्लू खेड़ा खेरली भाव आदि गांव के सैकड़ो किसान मौजूद रहे