हलगाम आतंकी हमले से सीमा हैदर बहुत दुखी, बीमार है... वकील एपी सिंह ने उठे सवालों पर दिया जवाब

हलगाम आतंकी हमले से सीमा हैदर बहुत दुखी, बीमार है... वकील एपी सिंह ने उठे सवालों पर दिया जवाब

Greater Noida: पहलगाम आतंकी हमले के बाद से देश में गम और गुस्से का माहौल है। पीएम नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत के बाद पाकिस्तान के खिलाफ एक बड़ा और कड़ा फैसला लिया है। केंद्र सरकार ने सार्क वीजा छूट की नीति के तहत भारत में रह रहे सभी पाकिस्तानी नागरिकों को दी जा रही सुविधा समाप्त कर दी है। मोदी सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा कैंसिल करने के साथ 48 घंटे के अंदर भारत छोड़ने का आदेश जारी किया है। केंद्र सरकार के इस फैसले के मुताबिक पाकिस्तानी नागरिक अब इस छूट के अंतर्गत भारत की यात्रा नहीं कर सकेंगे। ऐसे में सीमा हैदर के भविष्य पर सवाल खड़ा किया जाने लगा। इस संबंध में सीमा के वकील एपी सिंह का बयान सामने आया है।

सीमा हैदर के वकील एपी सिंह ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि पिछले दिनों बहुत ही दुखद आतंकवादी घटना पहलगाम में घटी है। पाकिस्तान के साजिश और षडयंत्र के तहत हमारे निर्दोष निहत्थे सैलानी को निशाना बनाया गया। वे घूमने गए हुए थे। हनीमून मनाने गए हुए थे। कश्मीर के अर्थव्यवस्था को मजबूत करने गए हुए थे और वहां पर दुखद घटना हुई। इस संबंध में सीमा अपनी बेटी और खुद बीमार होने की वजह से अस्पताल में है। इसके बाद भी घटना को लेकर वह बहुत ही दुखी हुई है। सीमा पाकिस्तान से सनातन धर्म धारण कर नेपाल पहुंची थी।

एपी सिंह ने कहा कि नेपाल में सचिन मीणा के साथ विवाह कर भारत आई थी। भारत में भी शादी हुई और शादी के बाद पिछले माह उसने भारत में एक बेटी को जन्म दिया है। पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने जो निर्णय लिया है, वह बहुत ही अच्छा निर्णय है। आतंकवाद के खिलाफ निर्णय है। हालांकि, सीमा के मामले में सीमा के सारे डॉक्यूमेंट्स गृह मंत्रालय, भारत सरकार और एटीएस के पास जमा हैं।

एपी सिंह ने कहा कि राष्ट्रपति के यहां सीमा की याचिका लंबित है। सीमा को लेकर कोर्ट के आदेश भी हैं। उनका वह पूरी तरह से पालन कर रही है। उसी आदेश के अनुसार अपनी ससुराल में रबूपुरा में रह रही है। सीमा कानून में विश्वास रख रही है। पूरी तरह से भारत सरकार, उत्तर प्रदेश की सरकार और अदालत का पूरी तरह से पालन कर रही है। वह स्वयं पूरे घटने से दुखी है और अपने बच्चों के साथ है। वह शरण के आधार पर है। यही हालात उसके साथ भी थे और आज भी हो रहे है।

वकील एपी सिंह ने कहा कि सीमा, सचिन मीणा और स्वयं मुझे भी पाकिस्तान के लोगों की ओर धमकी दी जाती रही है। षडयंत्रकारी और आतंकवाद पर विश्वास करने वाले मारने, काट डालने, टुकड़े करने और बर्बाद करने की धमकी मुझे, सीमा, उसके परिवार और बच्चे को लगातार दे रहे है। सोशल मीडिया पर भी इसी प्रकार की धमकी दी जा रही है। इस संबंध में आगे कार्रवाई की मांग भी समय-समय पर की गई है। हम लोग सीमा, सचिन मीणा और मैं पूरी तरह से भारत सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार और अदालत के आदेशों का पूरी तरह से पालन करेंगे।

पहलगाम आतंकी हमले के बाद सीमा हैदर की चर्चा गरमाई हुई है। पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर मई 2023 में नेपाल के रास्ते होते हुए अवैध रूप से भारत में दाखिल हुई थी। वह अब ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा गांव में भारतीय युवक सचिन मीणा की पत्नी के रूप में रह रही हैं। दोनों का एक बच्चा भी है। उसका जन्म भारत में हुआ है। दोनों की मुलाकात पबजी गेम के जरिए हुई थी और धीरे-धीरे यह रिश्ता प्रेम में बदल गया।

सरकार के ताजा आदेश के बाद यह सवाल उठ रहा है कि क्या पाकिस्तानी नागरिक सीमा हैदर को भी भारत छोड़ना होगा? विशेषज्ञों की मानें तो मामला जटिल है। पहली बात, सरकार ने उन पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा कैंसिल किए हैं जो वैध रूप से भारत में रह रहे थे। सीमा हैदर बिना वीजा के अवैध रूप से भारत में दाखिल हुई थी। इसलिए यह आदेश उन पर सीधे तौर पर लागू नहीं होता।

दूसरी बात, सीमा अब एक भारतीय नागरिक की पत्नी हैं। उनके बच्चे का जन्म भारत में हुआ है। इससे मानवीय और कानूनी पहलू इस मामले में अहम भूमिका निभा सकते हैं। सीमा की नागरिकता और भारत में उनके अवैध प्रवेश से जुड़ा मामला अदालत में विचाराधीन है। हालांकि, बढ़ते भारत-पाकिस्तान तनाव और राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर यह मामला और भी संवेदनशील हो गया है।

सुरक्षा एजेंसियां पहले से ही सीमा की गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं। अंतिम फैसला अदालत के निर्णय और सरकार की नीति पर निर्भर करेगा। फिलहाल केंद्र सरकार की तरफ से सीमा हैदर के मामले में कोई स्पष्ट बयान सामने नहीं आया है। लेकिन यह साफ है कि आने वाले दिनों में यह मामला और गर्मा सकता है। इसका निर्णय अदालत के फैसले से तय होगा।