दिल्ली प्रदूषण से बेहाल,26 अक्टूबर से 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' अभियान शुरू

दिल्ली प्रदूषण से बेहाल,26 अक्टूबर से 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' अभियान शुरू

DELHI-NCR:   दिल्ली का प्रदूषण खराब है। रविवार को, मई के बाद राष्ट्रीय राजधानी में पहली बार हवा की गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में चली गई। दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए केजरीवाल सरकार ने कई उपायों का ऐलान किया है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को 28 विभागों के साथ समीक्षा बैठक करने के बाद दिल्ली में गुरुवार 26 अक्टूबर से 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' अभियान की शुरुआत की।

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली सरकार ने गुरुवार से 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है क्योंकि राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' है। इस अभियान के दौरान दिल्ली में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए लोगों को लाल बत्ती पर इंतजार करते समय अपने कार के इंजन को बंद करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। राय ने कहा कि ऑड-ईवन फिलहाल विचार नहीं किया जा रहा है। 

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिल्लीवासियों से वायु प्रदूषण को कम करने में मदद करने की अपील करते हुए कहा कि हम जो भी करेंगे, उसका असर हम पर ही पड़ेगा। दिल्ली में दशहरे के दौरान पटाखों पर प्रतिबंध है। राय ने प्रदूषण से संबंधित बैठक में अधिकारियों की गैरहाजिरी पर भी रोष जताया। उनका कहना था कि बैठक में सभी विभागों के सचिवों को बुलाया गया था, लेकिन कोई भी नहीं आया था।

गोपाल राय ने मुख्य सचिव से ऐसी बैठकों में अधिकारियों की भागीदारी सुनिश्चित करने की अपील की। 28 विभागों के साथ बैठक दिल्ली में GRAP-2 (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) का कड़ाई से पालना सुनिश्चित कराए जाने के लिए बुलाई गई थी। 13 हॉट स्पॉट के अलावा, आठ अन्य बिंदुओं की भी पहचान की गई, जहां AQI 300 से अधिक दर्ज किया गया है। नोडल को इन आठ नए हॉट स्पॉट पर विशेष टीमों को तैनात करने का निर्देश दिया गया। अधिकारी इन इलाकों में प्रदूषण के स्थानीय स्रोतों का पता लगाएंगे।

दिल्ली सरकार ने भी धूल प्रदूषण को कम करने के लिए 'एंटी-स्मॉग गन' में धूल शामक पाउडर का इस्तेमाल करने के निर्देश दिए हैं, गोपाल राय ने बताया। आने वाले में धूल रोधी अभियान को अधिक गति दी जाएगी। साथ ही क्षेत्रों का अधिक निरीक्षण होगा। दिल्ली के सबसे प्रदूषित इलाकों के अलावा, हम ऐसे आठ क्षेत्रों पर भी ध्यान देंगे जहां एक्यूआई 300 से अधिक है। इनमें शादीपुर, आईटीओ, नेहरू नगर, पटपड़गंज, सोनिया विहार, ध्यानचंद स्टेडियम और मोती बाग शामिल हैं।

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, गोपाल राय ने कहा कि प्रदूषण के स्रोतों की पहचान करने के लिए आठ स्थानों पर अलग-अलग टीमें तैनात किए जाएंगे। 25 अक्टूबर को जिलाधिकारियों को क्षेत्र का निरीक्षण करने का आदेश दिया गया है। अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि प्रदूषण को कम करने के उपायों को सख्ती से लागू किया जाए। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति की सहायता से सुधारात्मक कार्रवाई की जाएगी। शनिवार को दिल्ली का औसत 24 घंटे का वायु गुणवत्ता सूचकांक 313 पर पहुंच गया।