गांव में खुले में बह रहे नाले और सीवर का समाधान करें नहीं तो सीईओ खुद हाजिर हो
छह सप्ताह में कार्रवाई, नहीं तो सीईओ ग्रेनो खुद पेश हों
Greater Noida:ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अंतर्गत आने वाले 93 गांवों में खुले में सीवर बहाने के मामले में एनजीटी ने नाराजगी जताई है। एनजीटी में दायर एक याचिका के मुताबिक यह सामने आया है कि प्राधिकरण के अंतर्गत आने वाले गांव में नाले और सीवर का पानी खुले में गांव की सड़कों पर ही बहता रहता है।
पूर्व प्रमुख करमवीर नागर के द्वारा डाली गई याचिका की सुनवाई के बाद एनजीटी ने 8 अगस्त 2023 को ग्रेनो प्राधिकरण को तीन महीने में कार्रवाई कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया है। इससे पहले भी दो बार एनजीटी ने प्राधिकरण को इस पर कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिए थे लेकिन किसी भी सुनवाई में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की तरफ से कोई अधिकारी शामिल नहीं हुआ। प्राधिकरण की तरफ से 3 नवंबर को हुई सुनवाई में फिर अब छह सप्ताह का समय मांगा गया है। एनजीटी का कहना है कि प्राधिकरण अगर छह सप्ताह में पूर्व के आदेश का अनुपालन नहीं कर सका तो खुद सीईओ ग्रेनो प्राधिकरण को अगली सुनवाई में व्यक्तिगत रूप से पेश होना होगा। अगली सुनवाई एनजीटी 18 जनवरी 2024 को करेगा।