नोएडा एनटीपीसी में किसानों का विरोध प्रदर्शन

नोएडा एनटीपीसी में किसानों का विरोध प्रदर्शन

Noida: नोएडा और ग्रेटर नोएडा के किसानों ने सेक्टर-24 स्थित एनटीपीसी कार्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया है। इस प्रदर्शन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी वायरल हो रहा है। जिसमें प्रदर्शन के दौरान दो प्रदर्शनकारी महिलाओं की तबीयत बिगड़ गई। एहतियात के तौर पर दोनों महिलाओं को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि अधिक भीड़ होने के कारण महिलाओं को चक्कर आया था। फिलहाल उनकी हालात स्थिर बनी हुई है। बता दें, किसान भारतीय किसान परिषद के नेतृत्व में सेक्टर-24 एनटीपीसी मुख्यालय पर किसान 18 दिनों से धरना दे रहे हैं। किसानों ने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर दिल्ली कार्यालय का भी घेराव किया जाएगा।

शुक्रवार को हजारों की संख्या में किसान सेक्टर 24 स्थित NTPC दफ्तर पर तालाबंदी करने पहुंचे। लेकिन, पुलिस ने किसानों के भीड़ को देखते हुए NTPC दफ्तर के चारों तरफ बैरिकेडिंग कर दी और पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया। करीब दोपहर दो बजे सैकड़ों की संख्या में किसान एनटीपीसी पर इकट्ठा हो गए। किसानों ने एनटीपीसी के चारों तरफ पैदल मार्च निकाला और तालाबंदी के लिए आगे बढ़े। इस्कॉन टेंपल के सामने पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर किसानों को रोक दिया। इस बीच किसानों और पुलिस वालों के बीच जमकर नोक झोंक हुई। किसानों की अधिक भीड़ होने के कारण प्रदर्शन कर रही दो महिला अनिता राणा बिसाड़ा और कुसुम मुथायनी बेहोश होकर गिर गई। महिलाओं  के बेहोश हो जाने से किसानों में हड़कंप मच गया और प्रशासन अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए।

ग्रेटर नोएडा में दादरी के पास नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन का विद्युत उत्पादन केंद्र है। यह संयंत्र लगाने के लिए सरकार ने करीब 35 वर्ष पूर्व इलाके के 23 गांवों में भूमि का अधिग्रहण किया था। किसानों का कहना है कि उस वक्त भूमि अधिग्रहण की एवज में मिलने वाला मुआवजा समान नहीं था। मतलब, किसी गांव में कम और किसी गांव में ज्यादा मुआवजे का भुगतान किया गया। तभी से किसान समान मुआवजे की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा एनटीपीसी में नौकरियां और इन गांवों के विकास की मांग भी किसान करते रहे हैं। अब इन्हीं मांगों को पूरा कराने के लिए एक नवंबर को सैकड़ों की संख्या में किसान एनटीपीसी थर्मल पावर प्लांट के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं।