चोरी करने गुरुग्राम से मेट्रो में आते थे, कैब से होते थे फरार, नोएडा पुलिस ने 1 करोड़ की जूलरी समेत 2 को दबोचा
Noida: गुरुग्राम से मेट्रो में आकर नोएडा के पॉश एरिया में चोरी करने वाले 2 बदमाशों को सेक्टर-39 पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया। आरोपियों के पास से पुलिस ने करीब 1 करोड़ रुपये कीमत की जूलरी, 1 लाख 35 हजार रुपये कैश और बाइक बरामद की है। डीसीपी नोएडा राम बदन सिंह ने बताया कि हाल में सेक्टर-40, सेक्टर-36 समेत कुछ अन्य एरिया में चोरी हुई थी, जिसके बाद टीम को इसमें लगाया गया था।
रविवार रात पुलिस टीम चेकिंग कर रही थी। इस दौरान बाइक पर आए 2 संदिग्धों को रोका गया तो वह वहां से भागने लगे। जब टीम ने उनका पीछा किया तो दोनों सेक्टर-42 के जंगल की तरफ गए। उन्होंने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में दोनों के पैर में गोली लगी।
इनकी पहचान वर्धमान पश्चिम बंगाल के रहने वाले नूर जमाल और पश्चिम बंगाल के ही मुर्शिदाबाद के रहने वाले राजकुमार विश्वास के रूप में हुई है। दोनों हाल में गुरुग्राम के डीएलएफ फेज-1 में रहते हैं। दोनों पर 10 से अधिक केस दर्ज हैं। उनके साथियों की तलाश की जा रही है।
डीसीपी ने बताया कि लगातार चोरियों के बाद जांच को शुरू किया गया तो कई फुटेज में बदमाश दिखाई दिए थे। सेक्टर-36 में हुई चोरी के बाद वह कैब बुक कर सामान लेकर फरार हुए थे। जब उस बुकिंग के आधार पर ट्रेस किया गया तो बदमाशों के बारे में कुछ जानकारी हुई। उन्होंने कैब अपने नंबर से ही बुक की थी। पहचान होने के बाद टीम को उनके पीछे लगाया गया था।
उन्होंने गिरफ्तारी के बाद बताया कि वह ज्यादातर गुरुग्राम से मेट्रो में ही आते थे। जहां वह सिर्फ पॉश एरिया को टारगेट करते। 6 से 8 बजे के बाद बीच जिन घरों में लाइट बंद मिलती थी, वहां राजकुमार बाहर खड़े होकर रेकी करता था और नूर घर के अंदर जाकर चोरी करता। उनके पास जो चोरी की जूलरी बरामद की गई है, उसकी कीमत करीब 1 करोड़ रुपये है। उन्होंने गौतमबुद्धनगर में ही 5-6 के वारदात करने की बात कही है।
पूछताछ में सामने आया कि नूर जमाल शेख पहले टायल्स लगाने का काम करता था, जिसमें फायदा नहीं होने पर उसने चोरी शुरू कर दी। वह पहले गुरुग्राम में वारदात करते थे, वहां गिरफ्तारी के बाद वह गौतमबुद्धनगर आने लगे।
नूर ने पुलिस को बताया कि पूर्व में की गई चोरियों में मिली जूलरी पश्चिम बंगाल के ही जूलर की मदद से गलवाने के बाद ईंट तैयार कर गिरवी रखकर अपने गांव में मकान बनवाना शुरू किया था।