अपहरण करता निकले असली पुलिस वाले

अपहरण करता निकले असली पुलिस वाले

Ghaziabad: नोएडा की एक बीमा कंपनी में तीन शख्स पिस्टल लहराते हुए आए और वहां मौजूद 6 युवकों को अपने साथ लेकर चले गए। आरोप है कि 6 युवकों में से दो युवक नौकरी के लिए इंटरव्यू देने के लिए आए हुए थे। इसके बाद उनसे 18 हजार रुपये और एक लैपटॉप लेकर गाड़ी से उतार दिया। दोनों युवकों को लगा कि कंपनी में काम करने वाले अन्य चार युवकों का अपहरण हो चुका है। फिर पुलिस को सूचना दी गई। जांच में सामने आया कि वे अपहरणकर्ता नहीं बल्कि असली पुलिसकर्मी थे। साइबर ठगी के मामले में अलीगढ़ से नोएडा आरोपियों को पकड़ने के लिए आए हुए थे। 

 मोदीनगर के दो युवक नोएडा स्थित एक बीमा कंपनी में नौकरी के लिए इंटरव्यू देने पहुंचे थे। इस दौरान कंपनी में पिस्टल लहराते हुए तीन शख्स आए। बीमा कंपनी में काम कर रहे चार कर्मचारियों को गन पॉइंट पर ले लिया और अपने साथ चलने को कहा। इस दौरान मोदीनगर निवासी दोनों युवक कुछ समझ पाते उन्हें भी अपने साथ बैठा लिया। सभी 6 युवकों को स्कॉर्पियो में बैठकर नोएडा से लाल कुआं होते हुए अलीगढ़ की तरफ चल दिए। इस दौरान मोदीनगर के एक युवक ने अपने अपहरण होने की सूचना फोन पर मैसेज करके अपने जानकार को दे दी। जब उनकी स्कॉर्पियो लोहारली और गभाना टोल प्लॉजा से गुजरी तो वहां फास्टैग पर फ्लैश हुए गाड़ी के नंबर को देख लिया। उसने गाड़ी का नंबर भी मैसेज कर अपने जानकार को दे दिया। 

इस दौरान मोदीनगर से जानकार ने फोन कर अपहरणकर्ताओं से बात की और उक्त मोदीनगर के दोनों युवकों को छोड़ने के लिए कहा। अलीगढ़ लेकर जा रहे शख्स वापस लौटे और उन्होंने मोदीनगर के दोनों युवकों को लाल कुआं पर गाड़ी से उतार दिया। इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी डीसीपी ग्रामीण विवेक चंद्र यादव को दी गई। जिसके बाद छानबीन करने पर पता चला कि तीनों शख्स अपहरण करता नहीं थे बल्कि अलीगढ़ पुलिसकर्मी थे। साइबर ठगी के मामले की जांच में आरोपियों को पकड़ने के लिए नोएडा आए हुए थे। मोदीनगर के दोनों पीड़ित युवकों ने आरोप लगाया है कि अलीगढ़ पुलिस ने 18 हजार रुपए और एक लैपटॉप लेकर उन्हें स्कॉर्पियो से उतरा था।