नोएडा प्राधिकरण की वेंडिंग जोन पॉलिसी के खिलाफ फोनरवा, सीईओ बोले विचार करेंगे
Noida: नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) डा. लोकेश एम और फेडरेशन ऑफ नोएडा रेजिडेंटस वेलफेयर एसोसिएशन (फोनरवा) के पदाधिकारियों की बैठक शहर की समस्याओं को लेकर हुई। इस बैठक में फोनरवा ने वेंडिंग जोन पॉलिसी का विरोध किया साथ ही शहर में सिटी बसें चलाने, आवारा कुत्तों, पानी की सप्लाई तथा अतिक्रमण के मुददे पर बात हुई।
फोनरवा के अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा ने बताया कि वेंडिंग जोन स्थापित करने का निर्णय नोएडा प्राधिकरण द्वारा निवासियों या संबंधित सेक्टरों के आरडब्ल्यूए के परामर्श के बिना लिया जा रहा है फेरीवालों आदि की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। परिणाम सेक्टरों और आरडब्ल्यूए के निवासी वेंडिंग जोन स्थापित रेजिडेंशियल स्थान पर करने की नोएडा प्राधिकरण की योजना का विरोध करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि एक बार वेंडर जोन के कारण, ट्रैफिक की समस्या हो रही है और कई अज्ञात लोग सेक्टर में घूमेंगे जो एक सुरक्षा चिंता का विषय है।
फोनरवा ने नोएडा में सिटी बस सेवाओं की तत्काल आवश्यकता है पर जोर दिया। जिसमें मेट्रो स्टेशनों से आवासीय, औद्योगिक और शहर के अन्य सेक्टरों में कनेक्टिविटी के लिए बस व मिनी बसें की व्यवस्था की जाए।
आवारा कुत्तों द्वारा लोगों को काटने की घटनाएं बढ़ती जा रहीं है समस्या की भयावहता को ध्यान में रखते हुए, कम से कम 4 एजेंसियों को तैनात करने पर फोनरवा के पदाधिकारियों ने जोर दिया। सीईओ ने आवारा कुत्तोंं की समस्या पर कहा कि दो नए सेक्टर-34 और सेक्टर-135 में डॉग शेल्टर खोले गए हैं जिसमें काटने वाले कुत्तों का इलाज किया जाएगा उन्होंने बताया कि अब कुत्ते काटने की कम शिकायत आ रही है।
नोएडा के कई सेक्टरों में लोगों को गंदे पानी की सप्लाई हो रही है और न ही पर्याप्त पानी मिल रहा है। नोएडा के निवासियों को साफ और पर्याप्त पीने का पानी मिले इसकी मांग फोनरवा काफी लंबे समय से करता आ रहा है।
सीईओ ने बताया कि चार रेनवाल से पानी की सप्लाई शुरू हुई है जिससे कि सेक्टर में पानी के प्रेशर और कम सप्लाई की शिकायत दूर हुई है। उन्होंने कहा कि गंगा जल की सप्लाई और बढ़ाई जाएगी तथा नए सेक्टर में भी गंगाजल की सप्लाई की जाएगी। बैठक में महासचिव केके जैन ने कहा कि शहर में अवैध अतिक्रमण से दुकानदारों, अवैध विक्रेताओं, फेरीवालों, ठेला-गाड़ियों आदि के साथ सड़कों/फुटपाथों पर कब्जा करने और यात्रियों और पैदल चलने वालों के लिए समस्या पैदा करने वाले क्षेत्रों में बाजार के मैदानों में अराजकता पैदा करना जारी है।
आरडब्ल्यूए/निवासियों द्वारा दर्ज की गई शिकायतों के आधार पर, नोएडा प्राधिकरण ने कार्रवाई की लेकिन इन अतिक्रमणों को स्थायी रूप से हटाने में विफल रहा। सीईओ ने इस पर आवश्यक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। उसके लिए सरकार को रिमाइंडर भेजा जाएगा। फोनरवा ने मुद्दा उठाया कि नोएडा प्राधिकरण ने नोएडा के विभिन्न क्षेत्रों में एचआईजी / एमआईजी / एलआईजी- और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) फ्लैटों का निर्माण किया। इन फ्लैटों को निवासियों को 90 साल की लीज पर दिया गया है। उनके फ्लैटों में फ्लैटों, सीढ़ियों, बालकनियों और आम क्षेत्रों की दीवारों पर प्लास्टर गिरने / ग्रिट वॉश की घटनाएं बार-बार हो रही हैं।
आवासीय क्षेत्रों में गेस्ट हाउस, कार्यालय, छात्रावास, गोदाम, प्ले स्कूल आदि जैसी व्यावसायिक गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं, जिससे आसपास के क्षेत्र में रहने वाले निवासियों को समस्या हो रही है। शिकायत दर्ज कराने के बाबजूद नोएडा प्राधिकरण द्वारा संतोषजनक कार्रवाई नहीं की गई है। इस संबंध में उन्होंने कहा क्रङ्ख्र ऐसे लोगों की शिकायत हमें भेजें हम उन पर आवश्यक कार्रवाई करेंगे।
बिजली की अंडरग्राउंड वायरिंग के संबंध में उन्होंने कहा की नोएडा प्राधिकरण ने यूपीपीसीएल को 100 करोड़ दिए हैं जिससे कि कुछ सेक्टर में अंडरग्राउंड वायरिंग की जाएगी। सीईओ डा. लोकेश एम ने अन्य समस्याएं गंभीरता से सुनी और अपने अधिकारियों को आदेश दिया कि जल्दी से जल्दी इन समस्याओं का समाधान किया जाए।
इस अवसर पर एसीईओ संजय कुमार खत्री ,श्रीमती वंदना त्रिपाठी,ओएसडी महेंद्र प्रसाद, , सतीश पाल, देवेंद्र प्रताप सिंह,जी एम(जल) आर पी सिंह, डीजीएम विजय रावल,एस पी सिंह तथा अन्य अधिकारी, फोनरवा के अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा, महासचिव केके जैन, कोषाध्यक्ष पवन यादव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विजय भाटी, अशोक कुमार मिश्रा, देवेंद्र सिंह, सुशील यादव, लाटसाहब लोहिया एडवोकेट, संजय चौहान, विनोद शर्मा, सुखबीर सिंह, देवेंद्र कुमार, जी.एस सचदेवा, सुशील कुमार शर्मा, कोसिंदर यादव, भूषण शर्मा उपस्थित थे।