दिल्ली-एनसीआर में बॉडी बनाने के लिए प्रोटीन लेते हैं तो सावधान, कहीं नकली पाउडर तो नहीं खा रहे आप?
Noida: अगर आप भी दिल्ली एनसीआर में रहते है और बॉडी बनाने के लिए प्रोटीन सप्लीमेंट लेते हैं तो यह खबर आपके लिए है। उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट पुलिस की सेंट्रल नोएडा जोन पुलिस ने फर्जी प्रोटीन बनाने वाली फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। गिरोह के तीन आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। टीम ने मौके पर से भारी संख्या में सामानों की बरामदगी की है। बीते कई महीने से यह कंपनी फर्जी तरीके से संचालित हो रही थी।
नोएडा पुलिस गिरोह में शामिल अन्य आरोपियों के बारे में जानकारी जुटा रही है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान साहिल यादव (मालिक) निवासी इंदिरापुरम, गाजियाबाद, हर्ष अग्रवाल (मालिक) निवासी इंदिरापुरम, गाजियाबाद और अमित चौबे (मैनेजर) निवासी साहिबाबाद, गाजियाबाद के रूप में हुई है
पुलिस ने बताया कि थाना सेक्टर-63 पुलिस और खाद्य सुरक्षा टीम की संयुक्त कार्रवाई में नकली प्रोटीन (फूड सप्लीमेंट) बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। इस प्रोटीन को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से सप्लाई करने वाले तीन आरोपियों को भी अरेस्ट किया गया है। छापेमारी के दौरान पुलिस ने लाखों रुपये मूल्य के प्रोटीन के 33 डिब्बे, 2050 कैप्सूल के छोटे डिब्बे, 5500 खाली डिब्बे, 10 पैकेट नकली रैपर, 10 बोरी पाउडर, एक पैकिंग मशीन, एक प्रिंटिंग मशीन, और तीन मोहरे बरामद की हैं।
बरामद माल की कीमत करीब 50 लाख रूपये की बताई जा रही है। पुलिस ने बरामद सामान को जब्त कर लिया है। आरोपियों पर एनसीआर क्षेत्र में नकली प्रोटीन सप्लाई करने का आरोप है। ये लोग जिम जाने वाले लड़कों को झांसे में लेकर 5 से 7 हजार रुपये में प्रोटीन का डिब्बा बेचते थे। अब तक सैकड़ों डिब्बे सेल कर चुके हैं। पुलिस ने शिकायत के बाद इनका सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा था, जिसमें प्रोटीन नकली निकली।
डीसीपी सेंट्रल नोएडा जोन शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया किआरोपियों से पूछताछ की गयी तो बताया गया कि फर्जी फूड सप्लीमेन्ट का कच्चा माल जगह-जगह से बहुत सस्ते दामों में खरीदते हैं। फिर उस माल से कम कीमत में फर्जी फूड सप्लीमेन्ट का डिब्बा तैयार कर अपनी कम्पनी का रैपर लगाते थे। उसे असली बताकर प्रति डिब्बे पर 4 से 5 गुना तक कीमत लेकर तैयार कर माल की सप्लाई नोएडा, दिल्ली, हरियाणा की जिम और दुकानों में करते थे।
आरोपी फर्जी फूड सप्लीमेन्ट का कच्चा माल किस जगह से ला रहे थे और कहां-कहां भेज रहे थे और इनके गिरोह में कौन-कौन शाामिल है। इस सम्बन्ध में विस्तृत रूप से जानकारी की जा रही है।
पुलिस का कहना है कि यह गिरोह बड़े पैमाने पर सक्रिय था, और इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है। नकली प्रोटीन की बिक्री से न केवल लोगों की सेहत को खतरा हो रहा था, बल्कि यह ब्रांडेड कंपनियों की छवि को भी नुकसान पहुंचा रहा था। पुलिस इस मामले में गहन जांच कर रही है और जल्द ही अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने का दावा कर रही है।