ग्रेटर नोएडा बस यात्रियों को अब नोएडा का रुख नहीं करना पड़ेगा,नए साल से ग्रेटर नोएडा डिपो से इन रूटों पर बसों का संचालन किया जाएगा

GREATER NOIDA: शहर के लोगों को मुरादाबाद, संभल,हापुड़, हरिद्वार, कोटद्वार के अलावा अन्य रूट पर जाने के लिए अब नोएडा का रुख नहीं करना पड़ेगा। नए साल से ग्रेटर नोएडा डिपो से इन रूटों पर बसों का संचालन किया जाएगा।2016 से कासना स्थित ग्रेटर नोएडा डिपो में सीएनजी पंप लगवाने की कवायद की जा रही थी। कई सालों से सीएनजी पंप की फाइल आइजीएल और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के कार्यालय का चक्कर लगा रही थी। डिपो के अधिकारियों के प्रयास से 2022 में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से एनओसी मिल गई थी।
अब आइजीएल से भी सीएनजी के दो पंप लगाने की अनुमति डिपो को मिल गई है। स्टेशन प्रभारी विष्णु दत्त शर्मा ने बताया कि कई सालों से पंप लगवाने का प्रयास किया जा रहा है। आइजीएल के अधिकारियों ने डिपो का निरीक्षण कर लिया है। फरवरी- मार्च में सीएनजी पंप की शुरुआत हो जाएगी।
सीएनजी पंप नहीं होने से अभी तक डिपो की बसों को नोएडा डिपो से सीएनजी लेने जाना पड़ता है,जिससे समय और सीएनजी दोनों की बर्बादी होती है। सीएनजी पंप लग जाने से यात्रियों को भी राहत मिलेगी। इसके साथ ही उन्हें नोएडा भी नहीं जाना पड़ेगा। पंप के लगने के बाद डिपो की ओर से कई नए रूट पर बसों का संचालन शुरु किया जाएगा।
ग्रेटर नोएडा डिपो की ओर से वर्तमान में अभी 20 रूटों पर बसें संचालित हो रही है। नए साल से करीब छह से सात नए रूटों पर बसों का संचालन शुरू हो जाएगा।
डिपो से अभी आगरा,बुलंदशहर,हाथरस,मथुरा के अलावा कई रूटों पर बसें जा रही है। डिपो में 157 बसें सीएनजी की है। कई रूटों पर दो- दो चालक चल रहे है। 311 चालक और 273 परिचालक डिपो में कार्यरत है।
नोएडा से सीएनजी फुल कराने पर 400 किलोमीटर तक बसें जाती है। अब ग्रेटर नोएडा डिपो से ही सीएनजी मिल जाने पर करीब 80 किलोमीटर बस और आगे तक जा सकेंगी। डिपो की ओर से जिन रूट पर अभी बसें चलाई जा रही है। उन रूटों पर अब 80 किलोमीटर तक आगे और जा सकेंगी।