नोएडा में कांस्टेबल की अपने ही थाने में नहीं हुई सुनवाई

नोएडा में कांस्टेबल की अपने ही थाने में नहीं हुई सुनवाई

Noida: नोएडा में महिलाएं कितना सुरक्षित है, इस बात का अंदाजा आप इस खबर के माध्यम से लगा सकते हो। जब एक महिला कांस्टेबल ही सुरक्षित नहीं है और उसकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा तो आम महिलाओं का क्या होगा? हम बात नोएडा के सेक्टर-113 कोतवाली की कर रहे हैं। जहां पर एक कांस्टेबल महिला की सुनवाई नहीं हो रही है। वह दर-दर की ठोकरें खा रही है। 

जानकारी के मुताबिक नोएडा के सेक्टर -113 थाने में तैनात महिला कांस्टेबल डाक मुंशी का काम करती है। वह बीते 16 फरवरी को काम खत्म करके अपने घर वापस जा रही थी। तभी सेक्टर-117 के पास तेज रफ्तार ई-रिक्शा ने उनको टक्कर मार दी, जिसमें वह घायल हो गई। 

जानकारी के मुताबिक सड़क हादसे में घायल कांस्टेबल की कोतवाली में शिकायत नहीं लिखी गई। उसके बाद अस्पताल से मीमो आने के बाद भी उसी थाने ने कोई कार्रवाई नहीं की है। अब मुकदमा दर्ज करने में पुलिस को 2 महीने का समय लग गया है। इस तरीके से एक बार फिर 113 थाना पुलिस सवालों के घेरे में है।

इस घटना में नोएडा के एडिशनल डीसीपी मनीष कुमार का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में है। पीड़ित महिला कांस्टेबल का एक्सीडेंट हो गया था। उसके बाद उसको इलाज के लिए अस्पताल में एडमिट करवाया गया। महिला कांस्टेबल सेक्टर-113 थाने में तैनात थी, लेकिन आचार संहिता से कुछ दिनों पहले उसकी पोस्टिंग सेक्टर-58 कोतवाली में हो गई। उन्होंने बताया है कि अब पीड़ित महिला की शिकायत के आधार पर मुकदमा पंजीकृत किया गया है और जांच शुरू की गई है। जांच में जो दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।