प्रतड़ना से तंग आकर व्यापारी ने वीडियो बनाकर दी जान
Greater Noida:पांच अक्तूबर को फंदे पर लटका मिला था शव, 28 नवंबर को मोबाइल की पड़ताल में परिजनों को मिला वीडियो- वीडियो में फैक्टरी संचालक को ठहराया प्रताड़ना और मौत का जिम्मेदार, केस दर्ज
गामा-1 सेक्टर निवासी व्यापारी जगवीर राठी के खुदकुशी करने से पहले का वीडियो सामने आया है। जगवीर ने फैक्टरी संचालक महेश सिंगला पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए मौत का जिम्मेदार ठहराया है। पांच अक्तूबर को जगवीर का शव पेड़ पर लटका मिलने के बाद पुलिस ने प्रथम दृष्टया गृह क्लेश में जान देने की बात कही थी। लेकिन अब सुसाइड वीडियो सामने आने पर फैक्टरी संचालक पर केस दर्ज किया है।
पांच नवंबर को गामा-1 सेक्टर में रहने वाले व्यापारी जगवीर राठी का शव ग्रीन बेल्ट में पेड़ पर फंदे पर लटका मिला था। परिजन पोस्टमार्टम के बाद जगवीर के शव को हरियाणा के रोहतक के लाखनमाजरा ले गएद। अंतिम संस्कार के बाद परिजन वहीं रूक गए। इसी 28 नवंबर को जब परिजन वापस ग्रेटर नोएडा पहुंचे तो उन्होंने जगवीर राठी के मोबाइल की जांच पड़ताल की। मोबाइल में जगवीर राठी ने जान देने से पहले का वीडियो मिली। इस वीडियो में जगवीर राठी ने कासना थाना क्षेत्र के औद्योगिक क्षेत्र स्थित पाइप फैक्टरी के मालिक महेश सिंगला पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। जगवीर राठी ने कहा है कि उनकी मौत का जिम्मेदार महेश सिंगला है। पुलिस ने वीडियो सामने आने पर महेश सिंगला पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जगवीर के बेटे जतिन राठी ने बताया कि उसके पिता महेश सिंगला की फैक्टरी से कई साल से पाइप लेकर राजस्थान और हरियाणा समेत अन्य राज्यों में बिक्री करते थे। लेकिन कुछ सालों से महेश सिंगला ने उन्हें बेहतर क्वालिटी के पाइप दिखाकर कम गुणवत्ता का माल देना शुरू कर दिया था। जब सामान उनके ग्राहकों के पास दूसरे राज्यों में पहुंचता तो पता चलता था कि रास्ते में ही कई कई पाइप टूट जाते थे। गुणवत्ता की कमी के कारण उनके पिता का लाखों रुपया ग्राहकों ने अदा नहीं किया। जबकि लगभग 90 लाख के लेनदेन में से उनके पिता महेश सिंगला को 80 लाख रुपये का भुगतान कर चुके थे। इसके बाद भी महेश सिंगला अपने लोगों को भेजकर प्रताड़ित कर रहा था।
जिले में कारोबारी, व्यापारी, बिल्डर, खरीदार, ठेकेदार, श्रमिक आदि के बीच लेनदेन के दो हजार से अधिक विवाद हैं। हर थाने में कोई न कोई पीड़ित पहुंचकर अपनी व्यथा बयां करता है। थाना स्तर पर लेनदेन के मामलों में कार्रवाई से आमतौर पर पुलिस दूरी बनाकर रखती है। लेकिन आलाधिकारियों व न्यायालय के आदेश पर बड़ी संख्या में जिले में केस दर्ज किए गए हैं। इन केसों की या तो पुलिस जांच कर रही है या फिर न्यायालय में केस विचारधीन हैं। न्यायालय के जाने के बाद केस लंबा खिंचता है। इसके चलते पीड़ित पुलिस से उम्मीद लगाते हैं और कई बार जल्द रुपया वापस पाने को लेकर विवाद के मामले भी सामने आते हैं। कई बार लेनदेन के विवाद में संगीन आरोप के मामले भी सामने आते हैं।
व्यापारी के खुदकुशी करने से पहले का वीडियो सामने आने पर मामले में आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा। - अशोक कुमार, एडीसीपी ग्रेटर नोएडा जोन