ग्रेटर नोएडा में कहीं आप तो नहीं खा रहे जानलेवा मोमोज, 4 दुकानों की चटनी के नमून फेल
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा में मोमोज खाने की वजह से लोग आए दिन बीमार हो रहे हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग ने पिछले दिनों मिलावटी मोमोज बेच रहे लोगों पर एक्शन लेकर सैंपल लिए थे। अब उसकी रिपोर्ट आ चुकी है। ग्रेनो में 4 मोमोज की दुकानों से लिए टमाटर की चटनी के नमूने जांच में फेल पाए गए हैं। ये चटनी खाने लायक नहीं मिली है। इसमें एक दुकान से मोमोज खाने से 10 से अधिक लोग बीमार भी हुए थे, जिसके बाद विभाग की आंख खुली थी।
सहायक खाद्य आयुक्त-2 सर्वेश मिश्रा ने बताया कि सेक्टर पाई-2 स्थित एल्डिको ग्रीन सोसायटी के पास 29 सितंबर को दीपक मोमोज सेंटर से स्टीम मोमोज खाने से 2 परिवार के 8 से अधिक लोग बीमार हुए थे। शिकायत के बाद टीम ने स्टीम मोमोज और चटनी के सैंपल लिए।
उन्होंने बताया कि दीपक मोमोज सेंटर से चटनी के सैंपल की रिपोर्ट जांच के बाद आई है। रिपोर्ट के अनुसार, चटनी खाने लायक नहीं पाई गई। नॉलेज पार्क में तुगलपुर स्थित राजेश मोमोज सेंटर और गोविंद मोमोज सेंटर से चटनी के सैंपल 1 अक्टूबर को लिए थे। इन सभी की रिपोर्ट में चटनी खाने लायक नहीं मिली। उन्होंने बताया कि तीनों दुकान संचालकों के खिलाफ केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
खाद्य सुरक्षा विभाग लापरवाही मिलने पर मिलावटी सामान की जांच करने के बाद सैंपल लेकर लैब के लिए भेजता है। एक खाद्य पदार्थ की रिपोर्ट 15 से 20 दिन में आ जानी चाहिए। यहां पर हाल कुछ और ही दिखाई दे रहा है। सितंबर और अक्टूबर में मोमोज और चटनी के लिए गए सैंपल की जांच रिपोर्ट दिसंबर में आई है, जबकि मोमोज की रिपोर्ट के लिए अभी और कितना इंतजार करना होगा है, ये किसी को नहीं पता है। विभागीय अधिकारियों की अनदेखी के कारण लापरवाही रवैया दिखाई दे रहा है।