गाजियाबाद से ग्रेनो वेस्ट और जेवर एयरपोर्ट... नए मेट्रो रूट को मिली मंजूरी
Greater Noida: मेट्रो का इंतजार कर रही ग्रेटर नोएडा वेस्ट की बड़ी आबादी के लिए अच्छी खबर है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो के नए रूट को मंजूरी मिल गई है। साथ ही गाजियाबाद से होकर जेवर एयरपोर्ट तक इसका सीधा कनेक्शन होगा। इससे गाजियाबाद आने-जाने वाले लोगों के लिए भी राहत भरी खबर है। लंबे समय से इस रूट में मेट्रो की मांग की जा रही थी। काफी समय से रुकी मेट्रो रेल परियोजना को केंद्र सरकार से मंजूरी मिल गई है। इस इलाके में रहने वाले लोगों को कनेक्टिविटी की समस्या से निजात मिल जाएगी।
इस महत्वपूर्ण परियोजना के तहत नोएडा सेक्टर-51 की मेट्रो लाइन को विस्तार देकर चार मूर्ति गोल चक्कर से जोड़ा जाएगा। साथ ही नॉलेज पार्क पांच को एक्वा लाइन से जोड़ दिया जाएगा। इससे गाजियाबाद से ग्रेटर नोएडा वेस्ट होते हुए नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक सीधा कनेक्शन हो जाएगा, जिससे मार्ग की दूरी 15 किलोमीटर से घटकर 10 किलोमीटर हो जाएगी।
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि इस परियोजना के अनुसार विस्तृत मेट्रो नेटवर्क तैयार किया जाएगा। यह नेटवर्क गाजियाबाद से प्रारंभ होकर ग्रेटर नोएडा वेस्ट होते हुए नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट जेवर जाएगा। उन्होंने विश्वास जताते हुए कहा कि इससे क्षेत्र के समग्र विकास को एक नई ऊंचाई मिलेगी और क्षेत्र के लाखों लोगों को यातायात के लिए एक सुगम सुविधा मिल जाएगी।
डॉ. अरुणवीर सिंह के अनुसार, एक व्यापक मेट्रो नेटवर्क तैयार किया जाएगा, जो गाजियाबाद से शुरू होकर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट होते हुए सीधे जेवर एयरपोर्ट तक जाएगा। यह परियोजना न केवल स्थानीय यात्रियों के लिए आवागमन को सुगम बनाएगी, बल्कि क्षेत्र के समग्र विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। अधिकारियों का मानना है कि इस मेट्रो लाइन के शुरू होने से क्षेत्र में रियल एस्टेट गतिविधियों में भी तेजी आएगी और नए निवेश आकर्षित होंगे।
अरुणवीर सिंह के अनुसार, इस परियोजना के लिए केंद्र की मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार का अंशदान बराबर-बराबर यानी 20-20 फीसद रहेगा, जबकि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम की हिस्सेदारी 60 फीसद होगी। यदि परिवहन निगम खर्च वहन नहीं कर पाएगा तो ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी, यमुना विकास प्राधिकरण, नोएडा इंटरनेशनल और जीडीए मिलकर वहन करेंगे।
परियोजना के नए प्रस्ताव में एक्वा लाइन का विस्तार सेक्टर-52 से नॉलेज पार्क-5 तक किया जाएगा। जिसे एयरपोर्ट से जाने वाली नमो भारत की लाइन से जोड़ा जाएगा। इसका ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लाखों रेजिडेंट्स को भी लाभ मिलेगा। इससे शहरों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ेगी और नोएडा के साथ-साथ गाजियाबाद के लिए भी यातायात की एक सुगम राह खुल जाएगी।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में सुगम और सुविधाजनक यातायात के लिए लंबे समय से क्षेत्रवासी मांग करते रहे हैं। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में लगभग 10 लाख फ्लैट हैं, लेकिन निजी वाहनों और ऑटो, ई-रिक्शा के अलावा परिवहन का दूसरा कोई साधन उपलब्ध नहीं होने से लोगों को अधिक समय और धन खर्च करना पड़ता है। इस परियोजना के मूर्त रूप लेने से एनसीआर में एक समान यातायात की सुविधा को साकार किया जा सकेगा। साथ ही क्षेत्र के विकास को नए पंख लग जाएंगे। इसका फायदा रियल एस्टेट के बिजनेस को मिलेगा। रियल एस्टेट में इससे नया बूम आ सकता है।