सुखपाल हत्याकांड में एसीपी और एसएचओ पर गिरी गाज

सुखपाल हत्याकांड में एसीपी और एसएचओ पर गिरी गाज

Noida: पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने इस घटना को लेकर कड़ा रूख अपनाते हुए कासना थाना प्रभारी देवेंद्र शंकर पांडे को लाइन हाजिर कर दिया है। जबकि एसीपी को कार्यालय से संबद्ध किया है। मृतक के परिजनों ने शुक्रवार को सुखपाल का अंतिम संस्कार करने से पूर्व पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया था।

पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर एसीपी सुशील कुमार और कासना थाना प्रभारी देवेंद्र शंकर पांडे के खिलाफ लापरवाही बरतने के आरोप में कार्रवाई की गई है। एसीपी और थाना प्रभारी दोनों को पद से हटा दिया गया है। सुखपाल हत्याकंड में पुलिस कमिश्नर द्वारा कासना थाना प्रभारी को लाइन हाजिर किया गया है।

बता दें कि कासना निवासी सुखपाल पर बीते 16 दिसंबर को कस्बे में जानलेवा हमला हुआ था। सुखपाल का आरोप था कि अज्ञात लोगों ने उसे जान से मारने की नीयत से उस पर फायरिंग की थी। उसने इसकी शिकायत थाना कासना पुलिस के अलावा उच्च अधिकारियों से भी की थी। पुलिस ने उस समय मामले को संदिग्ध मानते हुए कोई कार्रवाई नहीं की थी। पुलिस का कहना था कि छानबीन में गोली चलने की कोई बात सामने नहीं आई थी। सुखपाल जिस व्यक्ति पर आरोप लगा रहा था उसे पुलिस ने शांति भंग की धाराओं में गिरफ्तार किया था।

गुरुवार की सुबह दिनदहाड़े बदमाशों ने सुखपाल की घोड़ी बछेड़ा गांव के पास गोली मारकर हत्या कर दी थी। सुखपाल की हत्या के बाद उसके परिजन लगातार पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे थे। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद सुखपाल का शव जब गांव में पहुंचा तो परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही बरतने और आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर हंगामा किया था। परिजनों का कहना था कि पुलिस अगर सुखपाल पर हुए हमले के मामले को गंभीरता से लेती तो उसकी जान नहीं जाती। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस कमिश्नर ने परिजनों के आरोपों की जांच कराई। जांच के बाद उन्होंने तत्काल प्रभाव से थाना कासना प्रभारी को लाइन हाजिर और एसीपी सुशील कुमार को कार्यालय से संबंध करने के निर्देश दिए है।