नोएडा एयरपोर्ट से दिल्ली IGI और बॉटनिकल गार्डन तक चलेंगी 560 ई बसें
Noida: उत्तर प्रदेश के जेवर में बन रहे इंटरनेशनल एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी को बेहतर किया जाएगा। दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट और सेक्टर-37 बॉटनिकल गार्डन से नोएडा एयरपोर्ट तक 560 इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी। इसके लिए यूपी रोडवेज के साथ टाइअप हो गया है। ये बसें नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे से होकर सीधे एयरपोर्ट पहुंचेंगी। यमुना एक्सप्रेसवे से एयरपोर्ट के लिए 15 जुलाई तक इंटरचेंज शुरू हो जाएगा। ये जानकारी NBT के ऑफिस में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में यमुना अथॉरिटी और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने दी।
एयरपोर्ट का निर्माण कर रही कंपनी ने अगले साल अप्रैल तक एयरपोर्ट का संचालन शुरू होने की बात कही है। यमुना अथॉरिटी के सीईओ ने बताया कि निर्माण कंपनी को साफ कह दिया गया है कि 31 दिसंबर तक हर हाल में एयरपोर्ट का संचालन उन्हें करना होगा। कंपनी का ग्रेस पीरियड 31 दिसंबर तक ही है। उसके बाद हर दिन 10 लाख की पेनल्टी लगने का बायलॉज हमारे एग्रीमेंट में है। उन्होंने बताया कि यमुना एक्सप्रेसवे से एयरपोर्ट की सीधी कनेक्टिविटी के लिए बनाए जा रहे 8 लेन की 750 मीटर रोड बनाए जाने का काम अंतिम चरण में है और 15 जुलाई तक इसका हैंडओवर हो जाएगा।
एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट के जो बड़े प्रॉजेक्ट हैं उनमें तो अभी समय लगेगा। रोड कनेक्टिविटी के माध्यम से इलेक्ट्रिक बसों की सर्विस एयरपोर्ट का संचालन होते ही शुरू होगी। एयरपोर्ट का संचालन होना एक तरह से आईजीआई का विकल्प भी है। इसके शुरू होने से आईजीआई का दबाव भी कम होगा। दो एयरलाइंस के साथ पहले ही अनुबंध हो चुका है। जब तक पब्लिक ट्रांसपोर्ट के दूसरे संसाधन शुरू होंगे तब तक विभिन्न रूटों पर इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी ताकि लोग आसानी से एयरपोर्ट जा सके। वहीं पॉड टैक्सी का प्लान ड्रॉप कर दिया गया है। अब लाइट मेट्रो चलाने की तैयारी है।
जेवर में एयरपोर्ट से मात्र 3.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थापित होने जा रही इंटरनेशनल फिल्म सिटी प्रॉजेक्ट के दूसरे चरण को स्थापित करने के लिए यूनिवर्सल और नेटफ्लिक्स जैसी कंपनियां रुचि दिखा रही हैं। इसमें एक हजार एकड़ में एंटरटेनमेंट के लिए प्रावधान होगा। ऐसे में एयरपोर्ट पर फ्लाइट का इंतजार करने वाले लोग यहां जा सकेंगे।
यीडा सिटी में हमारे पास 5 हजार हेक्टेयर जमीन रीक्रिएशनल ग्रीन के लिए रिजर्व है। इसके तहत फिल्म सिटी के सामने के दो सेक्टरों को कुछ इस तरह से डिवेलप करने की प्लानिंग की गई है कि यहां लोग फैमिली आउटिंग के लिए आएं। एंटरटेनमेंट के साथ ही लोगों को यहां आने पर घूमने-फिरने, खाने पीने, खेलने और कुछ एडवेंचरस करने के लिए विदेश जैसा विकल्प मिलेगा। इसकी फिजिबिलिटी रिपोर्ट बनाने का निर्णय ले लिया गया है। इसपर अथॉरिटी किसी एजेंसी का चयन कर काम शुरू कराएगी।
यहां थीम बेस्ड पार्क बनाने के लिए वियतनाम के पार्कों की स्टडी कराने का फैसला लिया गया है। अलग-अलग थीम के पार्कों में जैसे साइंस बेस्ड थीम भी रखने का प्लान है। इसमें कि बच्चे अपनी फैमिली के साथ आएं और आउटिंग के साथ-साथ कुछ एजुकेशनल भी सीखकर जाएंगे। ओपन थिएटर का कॉन्सेप्ट भी प्लानिंग में है। यहां अलग-अलग थीम के पार्क स्थापित कराने का प्लान है।
डिज्नीलैंड स्थापित कराने की भी प्लानिंग हुई है। इसके लिए एक कंपनी ने रुचि दिखाई है। स्टेट व केंद्र की पॉलिसी को लेकर कंपनी ने कुछ जानकारी मांगी हैं, जिसे मुहैया कराया जा रहा है। उम्मीद है इसके लिए भविष्य में निर्णय होगा।