विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर नोएडा में हो रहा है ये......

विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर नोएडा में हो रहा है ये......

Noida :विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर नोएडा में 10 करोड रुपए की ठगी का बड़ा मामला सामने आया है नौकरी दिलाने के नाम पर लगभग 550 लोगों से 10 करोड रुपए ठग लिए गए हैं। कंपनी बंद करके उसका मालिक फरार हो गया है

नोएडा के सेक्टर-63 में फ्लाई विजन एंटरप्राइजेज नामक कंपनी ने 550 लोगों से 10 करोड रुपए की ठगी की है। फ्लाई विजन एंटरप्राइजेज नामक कंपनी के जरिए लोगों को जॉर्डन भेजने का झांसा दिया गया और उनसे लाखों रुपए वसूल लिए गए। जिस दिन इन लोगों को विदेश जाना था तो यह कंपनी पर पहुंचे तो उनके होश उड़ गए। पीडि़तों को ऑफिस बंद मिला और कंपनी का मालिक फरार। इस बात से नाराज होकर पीडि़तों ने कंपनी के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच की तो बड़े फर्जीबाड़े का पता चला इस मामले में पीडि़त की ओर से थाना सेक्टर-63 में मुकदमा दर्ज कराया गया है।

नोएडा के सेक्टर-63 में स्थित फ्लाई विजन एंटरप्राइजेज कंपनी ने सोशल साइट पर विज्ञापन देकर अपने जाल में बेरोजगारों को फंसाया। कंपनी ने जॉर्डन में माली और मैकेनिक की नौकरी दिलाने का झांसा देकर 550 लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी कर ली। पीडि़त विदेश जाने की तारीख पर कंपनी के कार्यालय पहुंचे तो मालिक फरार मिला। इस पर उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। गोरखपुर निवासी दीनानाथ चौहान ने बताया कि लंबे समय से वह बेरोजगार हैं। वह इंटरनेट पर नौकरी के बारे में सर्च कर रहे थे। एक साथी ने उनको फॉरेन जॉब सर्च साइट पर एक कंपनी के बारे में जानकारी दी। साइट पर दिए गए नंबर पर दीनानाथ से संपर्क किया तो उसे जॉर्डन में नौकरी के बारे में बताया गया।

कंपनी का ऑफिस शुरू में नोएडा के सेक्टर-69 में था। आरोपियों ने दीनानाथ और उसके साथियों को विदेश में माली और मैकेनिक की नौकरी दिलाने का झांसा दिया। नौकरी 2 साल के अनुबंद पर दिलाने की बात हुई। नौकरी के एवज में हर महीने 800 दिनार मिलने का लालच दिया गया। भारतीय रूपयों में सैलरी की रकम एक लाख रुपए प्रति माह के रूप में आंकी गई। इसके बाद दीनानाथ समेत अन्य लोगों से आरोपियों ने 70 हजार रूपये ले लिए। इसमें हवाई जहाज का टिकट और वीजा समेत अन्य सारी सुविधाएं दिलाने की बात कही गई थी।

एक केंद्र पर पीडि़तों का मेडिकल कराया गया और वीजा और हवाई टिकट भी दी गई। पीडि़तों को पहले 6 फरवरी के टिकट दिए गए थे। दीनानाथ ने बताया कि तय तारीख पर वह लोग कंपनी के सेक्टर-63 स्थित ऑफिस में पहुंचे। 6 फरवरी को उन्हें बताया गया कि अब उन्हें 12 फरवरी को जॉर्डन भेजा जाएगा, लेकिन जब वह कंपनी पर पहुंचे तो वहां कंपनी का मालिक और अन्य लोग फरार मिले। अपने साथ हुए धोखे के बाद पीडि़तों ने कंपनी के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया। जिसकी सूचना पर पुलिस पहुंची पुलिस ने जांच की तो पता चला कि आरोपियों ने बिल्डिंग किराए पर ली हुई थी। दावा है कि आरोपियों ने करीब साढे 550 लोगों के साथ 10 करोड रुपए की ठगी की है। आरोपी अपने साथ कई लोगों का पासपोर्ट लेकर भी चले गए हैं।

दीनानाथ और उसके साथियों ने पुलिस को बताया कि ठगी के लिए आरोपियों ने सोशल मीडिया के कई प्लेटफार्म पर विज्ञापन दिए हुए थे। कई जगह पंपलेट और पोस्टर भी लगाये गए थे। इंटरनेट पर सर्च करने के बाद बेरोजगार युवकों ने आरोपी कंपनी से संपर्क किया इसके बाद आकर्षक सैलरी, वीजा और पासपोर्ट मेडिकल करने को लेकर झांसा दिया गया और एडवांस में रुपए लेकर जलसाज फरार हो गए।