विधानसभा में बजट की चर्चा पर भाजपा-आप में तीखी बहस

Delhi: विधानसभा में बुधवार को बजट पर चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस हुई। भाजपा विधायकों ने बजट की सराहना करते हुए इसे दिल्ली के विकास के लिए दूरदर्शी कदम बताया तो आप विधायकों ने बजट को हवा-हवाई करार देते हुए जमीनी हकीकत से कोसों दूर बताया। वहीं, आर्थिक सर्वेक्षण को लेकर भी भाजपा और आप विधायकों में कहासुनी हुई।
भाजपा विधायक हरीश खुराना, नीलम पहलवान, गजेंद्र दराल व मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि बजट दिल्ली को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाला है। इसमें बुनियादी ढांचे, परिवहन, शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य क्षेत्रों में ठोस योजनाएं बनाई गईं हैं। सिरसा ने कहा कि बजट आत्मनिर्भर और विकसित दिल्ली की दिशा में बड़ा कदम है। भाजपा सरकार ने वादों को पूरा करने का प्रयास किया है, जबकि पिछली सरकार ने कोई कार्य नहीं किया। नीलम पहलवान ने कहा कि बजट में महिलाओं, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष योजनाएं शामिल की गई हैं, जो समाज के हर वर्ग को लाभ पहुंचाएंगी।
इधर, आप विधायक संजीव झा ने बजट को हवा-हवाई करार देते हुए कहा कि इसमें वादे तो बहुत किए गए हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर कुछ भी ठोस नहीं दिख रहा। उन्होंने बजट के साथ आर्थिक सर्वेक्षण न आने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि आज तक के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ कि बजट से पहले इसे पेश न किया गया हो। सरकार का यह गैर-जिम्मेदाराना रवैया बताता है कि वे तथ्यों से बच रहे हैं। पूरे बजट भाषण में योजनाओं से ज्यादा विपक्ष पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए गए।
वहीं, भाजपा विधायक अरविंद सिंह लवली ने कहा कि आर्थिक सर्वेक्षण सरकार की नीयत नहीं बताता, यह सिर्फ एक डाटा होता है। संविधान में कहीं नहीं लिखा कि यह अनिवार्य है। आप सरकार 10 साल के कार्यों का आउटकम लेकर आए, बजाय इसके कि वह सिर्फ सर्वेक्षण के लिए शोर मचाए। उन्होंने आप पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली के स्कूलों और अस्पतालों की हालत खराब हो चुकी है, लेकिन विपक्ष इस पर बात करने की जगह सर्वेक्षण पर बहस कर रहा है।