नॉर्दर्न पेरिफेरल रोड के दोनों किनारे पर विकसित होगी ग्रुप हाउसिंग

नॉर्दर्न पेरिफेरल रोड के दोनों किनारे पर विकसित होगी ग्रुप हाउसिंग

Ghaziabad: नॉर्दर्न पेरिफेरल रोड के दोनों तरफ ग्रुप हाउसिंग विकसित किए जाने का प्लान तैयार किया रहा है। इसके लिए इस रोड पर जीडीए तेजी के साथ काम करवा रहा है। इसके लिए जिस एरिया से यह सड़क गुजर रही है। वहां के गांव की जमीन को आवासीय और कमर्शल के लिए चिह्नित किया जाएगा। जिससे भविष्य में बिल्डर इन जमीन को किसानों से लेकर ग्रुप हाउसिंग के रूप में विकसित कर सके। जैसे अभी राजनगर एक्सटेंशन में ग्रुप हाउसिंग बनी हुई है। इस रोड की सेंट्रल वर्ज के एनपीआर के सेंट्रल वर्ज के साथ दोनों ओर पौधरोपण और फेंसिंग का काम करेगा। इससे इस रोड़ की पहचान हो सके। यहां पर जीडीए बिल्डरों को प्रोजेक्ट लाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

जीडीए के अधिकारियों की मानें तो मास्टर प्लान 2031 में इस सड़क के दोनों किनारे पर आवासीय के साथ ही कमर्शल लैंडयूज रखा गया है। जिससे अधिक से अधिक ग्रुप हाउसिंग और कमर्शल निर्माण किया जा सके। इससे जहां एक तरफ से जीडीए की आय में बढ़ोतरी होगी। वहीं दूसरी तरफ से लोगों के लिए आवास भी मुहैया हो सकेगा। मालूम हो कि दिल्ली-हापुड़ रोड (एनएच-9) से लोनी तक छह लेन की करीब 20 किलोमीटर लंबी नॉर्दन पेरिफेरल रोड बनेगी। इससे डासना से सीधा लोनी और पूर्वी दिल्ली को जोड़ा जा सकेगा। जीडीए इस रोड को दो चरणों में बना रहा है। प्रथम चरण में दिल्ली-मेरठ रोड के मननधाम मंदिर से लोनी तक 12 किमी लंबी रोड बनाई जाएगी। दूसरे चरण में दिल्ली-मेरठ रोड से डासना तक आठ किमी लंबी सड़क का निर्माण होगा।

अधिकारियों ने बताया कि पहले चरण में दिल्ली-मेरठ रोड के मननधाम मंदिर से रोड शाहपुर निज मोस्टा, मथुरापुर गांव, शमशेरपुर गांव और चंपतपुर गांव होते हुए लोनी के भनेड़ा खुर्द में जाकर खत्म होगी। दूसरे चरण में यह रोड दिल्ली-मेरठ हाईवे से शुरू होकर मोस्टा, मधुबन बापूधाम, रसूलपुर सिक रोड और दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर डासना से जुड़ेगी। जीडीए इन्हीं के आसपास गांवों की जमीन पर आवासीय और कमर्शल सेक्टर के रूप में विकसित करने का विचार कर रहा है।

जीडीए के अधिकारियों ने बताया कि राजनगर एक्सटेंशन में 63 से अधिक सोसाइटी है, जिसमें दो लाख से अधिक आबादी रहती है। लोगों को जरूरी सुविधाएं नहीं मिल सकी हैं। अब प्राधिकरण यहां करीब 35 करोड़ रुपये से ड्रेनेज, सीवरेज, सड़कों का निर्माण और मरम्मत का काम करेगा, ताकि लोगों को समस्याओं से निजात मिल सके। इसमें मुख्य राजनगर एक्सटेंशन में आवासीय योजना के तहत अधूरी पड़ी सड़क का निर्माण कार्य भी कराया जाएगा।